क्या सिगरेट से आपकी anxiety बढ़ती है?

Malabika Dhar

3 July, 2023

कुछ नियमित स्मोक करने वालों का मानना है कि धूम्रपान चिंता को कम करता है और वे धूम्रपान जारी रखते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि सिगरेट पीने और बढ़ी हुई चिंता के लक्षणों या विकारों के बीच संबंध है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों के अनुसार गंभीर ऐंगज़ाइटी वाले 45% लोग तंबाकू का उपयोग करते हैं।

हालाँकि, anxiety कम करने का और अच्छा महसूस करने का एहसास इसलिए होता है क्योंकि धूम्रपान उनके निकोटीन विथ्ड्रॉअल के लक्षणों से राहत देता है। जब आप धूम्रपान करना बंद कर देते हैं, तो आपके शरीर को निकोटीन न लेने की आदत डालनी पड़ती है। इसे निकोटीन विदड्रॉल कहा जाता है और यह असुविधाजनक हो सकता है।

स्मोकिंग से क्यों चिंता कम लगता है

स्मोकिंग से anxiety या anxiety से स्मोकिंग

ज्यादा anxiety वालों में धूम्रपान करने की संभावना अधिक होती है। वहीं, धूम्रपान से ऐंगज़ाइटी विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। सिगरेट पीने और anxiety समस्या के बीच क्रॉस-सेक्शनल संबंध वाले कई अध्ययन हैं।

नैशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसन के अनुसार हालाँकि अधिकांश शोध वयस्क आबादी पर किए गए, लेकिन कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि किशोरों में भी धूम्रपान anxiety समस्या को बढ़ाता है।

किशोरों में हो सकता है स्मोकिंग से anxiety

सिगरेट का धुआं न्यूरोडेवलपमेंट के लिए हानिकारक माना जाता है। सिगरेट में मौजूद निकोटीन और मूड जुड़े हुए हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार निकोटीन आपके मूड और मस्तिष्क दोनों को प्रभावित करता है।

न्यूरोडेवलपमेंट के लिए स्मोकिंग खतरनाक

धूम्रपान खुद शुरू करने वाली, समय लेने वाली आदत है जिसका कारण आम तौर पर स्ट्रेस और चिंता बताया जाता है। इसलिए ब्रेक लेकर, इस पल पर ध्यान देकर, आप धूम्रपान के बजाय कुछ स्वस्थ आदत विकसित कर सकते हैं जिसका आप असल में आनंद ले सकें।

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