“उदयपुर शहर एक जादू है जहां मैं बार-बार लौटना चाहता हूं”

By Vinay

 oct   15, 2022

 मैं इसम्मोहित रहा फिर तीसरे दिन ढलती दोपहरी में निकल गया और महीनों बाद अकेले चलने का सुकून आया। भारत में उदयपुर उन्हीं चुनिंदा में से एक और सबसे सुंदर शहर है

चलते-चलते गणगौर घाट पहुंच गया, वहां से लेक पैलेस का नजारा कुछ और ही दिखता है. खैर, मैं थोड़ा पीछे आकार घाट के पास बने मंदिरों के पास बैठ गया और एक किताब में सिर डालकर बैठ गया। 

लेक पैलेस, गणगौर घाट

बाहुबली पर्वत और झील

एक सुबह बाहुबली पर्वत भी गये. वहां की सुबह और शान्ति दिल छू लेने वाली है, थोड़े से ट्रेक के बाद नजारा बेहद खूबसूरत है. चारों तरफ एक किस्म की हरियाली देखनें को मिलती है जो दिल को ठंडक देती है।

मानसून पैलेस से भी नज़ारा मनमोहक है। वहां से तो मानों सारा शहर बाहें बिछाए हुए दिखता है, लगता है मानों प्रकृति ने झीलों की मदद से कोई गज़ल कह दी हो। 

मानसून पैलेस 

कुछ शहर आपको अपना बनाकर छोड़ते है, उसी तरह उदयपुर ने मुझे अपना बना लिया।  अरावली पर्वतों के पीछे सूरज को ढलते देखना ऐसा लगता है जैसे “पोएट्री इन मोशन” हो।

उदयपुर और मैं 

"

इस तरह की तरह ही मैं बार-बार उन यादों में भी लौटना चाहूंगा, जहां मैंने अपने सफर के सबसे अच्छे दिन बिताएं। उदयपुर और उसकी सुकून भरे घाटों के नाम!

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