Malabika Dhar
29 August, 2023
मेडिकल चेकअप जरूरी
नियमित रूप से अपने सभी मेडिकल चेकअप कराएं। इसमें बीपी, शुगर, कोलेस्ट्रॉल की जांच कराना जरूरी है। इसके साथ ही अपनी पीरियड्स साइकल पर भी नजर रखें।
अबॉर्शन के कुछ सप्ताह बाद तक हैवी एक्सरसाइज न करने की सलाह दी जाती है। कोई भी ऐसी एक्सरसाइज या काम न करें जिससे पेट की नसों पर जोर पड़े। ऐसा इसलिए क्योंकि अबॉर्शन के बाद पेट में दर्द और ऐंठन की शिकायत महसूस हो सकती है।
हेवी ब्लीडिंग
अबॉर्शन के बाद थोड़ी बहुत ब्लीडिंग सभी महिलाओं को होती है और ये चार-पांच दिन से लेकर दो सप्ताह तक हो सकती है। कई बार ब्लीडिंग पीरियड्स में होने वाले ब्लड फ्लो की तरह भी होती है लेकिन अगर ब्लीडिंग बहुत ज्यादा हो तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। अबॉर्शन के दौरान किसी तरह की इंजरी हो जाने या गर्भ में भ्रूण का कुछ अंश रह जाने की वजह से भी ब्लीडिंग हो सकती है। ऐसे में इस समस्या को बिलकुल भी हल्के में नहीं लेना चाहिए।
अच्छा और संतुलित आहार लें
आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, सूखे मेवे, अदरक, लहसुन, तिल और दूध शामिल करें। जंक, प्रोसेस्ड फूड, शक्कर पेय और कोला से बचें। ये चीजें आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती हैं। डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही विटामिन डी, आयरन और कैल्शियम जैसे सप्लीमेंट्स लें।
गर्भपात के बाद तुरंत गर्भधारण करने से बचें
अंतिम गर्भपात के तुरंत बाद आप अपनी प्रेग्नन्सी प्लान न करें। गर्भपात के बाद, डॉक्टर आमतौर पर संक्रमण के जोखिम को कम करने में मदद के लिए कम से कम एक से दो सप्ताह तक यौन संबंध बनाने की प्रतीक्षा करने की सलाह देते हैं।