नशे की चपेट में,
आने लगे हैं युवा,
मां-बाप से मुंह,
मोड़ने लगे हैं युवा,
बीड़ी, तंबाकू और गुटखा,
खाकर बर्बाद हो रहे हैं युवा,
गंदे-गंदे शब्दों का,
प्रयोग कर रहे हैं युवा,
अपने भविष्य के बारे में,
कुछ सोच नहीं पा रहे हैं युवा,
नशे की चपेट में आकर,
अपना भविष्य बिगाड़ रहे हैं युवा,
अगर नही हुआ इस पर काबू,
तो बड़ा नुकसान होगा देश का,
घर, परिवार और समाज,
सबकी उम्मीद तोड़ रहे हैं युवा
यह कविता उत्तराखंड के बागेश्वर स्थित कपकोट ब्लॉक के उतरौड़ा से दिशा सखी गरिमा जोशी ने चरखा फीचर के लिए लिखा है. 14 वर्षीय गरिमा कक्षा 9वीं की छात्रा है