*कोतवाल दादों द्वारा भाकियू अधिकार के धरनार्थी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं पर दर्ज़ मुकदमा किसानों की आवाज दबाना जैसा । संयुक्त श्रमिक किसान मोर्चा,
अलीगढ़, संयुक्त श्रमिक किसान सह -संयोजक जितेंद्र शर्मा ने कहा कि मोर्चा के घटक संगठन भारतीय किसान यूनियन अधिकार द्वारा विगत दिवस 18 जून 24 को सांकरा चौंकी इंचार्ज द्वारा पद अधिकार पुलिसिया रौब गालिब करते हुए संगठन पदाधिकारी सरदार दलजोर सिंह को धमकाने पर संगठन जिलाध्यक्ष द्वारा फ़ोन वार्ता दौरान भी व्यवहार उचित नहीं रहा जिलाध्यक्ष से झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी वार्ता दिखाई गई जिसे लेकर जिलाध्यक्ष ने 18 जून 24 को थाना दादों पर धरना सुनिश्चित किया गया जिसकी सूचना एल आई यू को पत्र माध्यम अवगत करा आशंका चौंकी इंचार्ज सांकरा द्वारा अपने लोगों को हरी टोपी साथ धरनार्थी किसानों बीच शामिल हों उत्पात हेतु पूर्व में जताई गई 18 जून 24 को जब संगठन द्वारा थाना दादों बहार धरना तेज़ धूप गर्मी में किसानों द्वारा दिया जा रहा था तो दादों कोतवाली पुलिसकर्मी गर्मी से छांव में थाना प्रांगण में धरना देने हेतु कहें जाने पर थाना प्रांगण में आ गए और वहां किसानों के वाहनों पर मौजूद साउंड सिस्टम जिससे धरने का सम्बोधन चल रहा था तब कोतवाल दादों एवं नायब तहसीलदार ने संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों को अपने कार्यालय में वार्तालाप हेतु बुलाया गया इस बीच धरनार्थी किसानों बीच घुसे असमाजिक तत्वों ने वाहन पर मौजूद डी जे जिससे धरना संचालित हो रहा था गाना चालू कर डांस वगैरा किया गया जिसे थाना दादों प्रांगण में जिम्मेदार कोतवाल दादों एवं अन्य पुलिसकर्मी द्वारा कोई रोक नही लगाई गई संगठन पदाधिकारियों से ज्ञापन लें धरना स्थगित बाद किसानों द्वारा वापसी कर दी गई जिसके दो दिन बाद उक्त क्रम की वायरल विडियो बता षडयंत्र रच मुकदमा पंजीकृत कर संगठन को बदनाम जैसा क्रम चला गया जो स्पष्ट करता है कि भाकियू अधिकार संगठन जो निरंतर किसानों के शोषण उत्पीड़न पर आंदोलित हो आवाज उठाता है उसकी आवाज़ दबाने के कुचक्र रचा गया है संयुक्त श्रमिक किसान मोर्चा उक्त क्रम की घोर निन्दा करता है