शिवाय नमन अघोरी शिव
रुद्र महाकाल आदियोगी शिव
भस्म भभूति कंठ में विष
रुद्राक्ष महेश्वर भोले शंकर शिव।
नमः शिवाय महादेवाय नमन
गणेशाय नमन कार्तिकेय नमन
नमन अशोक सुंदरी
आदिशक्ति शत-शत नमन।
शिवा शून्य कालातीत
जड़ गया जड़ से बीत
पर्वतों से परे कैलाश वासी
शिव अनंत काल से अविनाशी।
त्रिशूल धारी ओमकार स्वरूप
शिव शंकर उग्र काल भैरव रूप
गंगाधर शिव, गिरिजा पति
नीलकंठ महादेव, विश्वनाथ विश्वरूप।
सत्य सनातन सार शिव
ब्रह्मांड नायक निर्विकार शिव
जटाजूट धारी, चंद्रमौली
अनादि अनंत तेरी भक्ति भोली।
अविचल अविनाशी निराकार निरामय
भोलेनाथ शिव शंभू निर्गुण निर्भय
माया की काया में बड़े विकार
त्रिलोचन नीलकंठ करो उद्धार।