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बच्चे जाते सुबह सुबह स्कूल (कविता)

बर्फ से ढकी सड़क पर बच्चे,

स्कूल जाते सुबह-सुबह,

आसमान में कड़कती बिजली,

बच्चे डर के छाता खोलते,

कपड़े पहनते मोटे लगते,

बर्फ से ढके पेड़-पौधे,

सफेद चादर से ढके लगते,

नाक बहती बच्चों की धर धर धर,

जब हवा चलती ज़ोरों की सर सर,

पत्ते भी उड़ते हैं फर फर फर,

छत करती है टप टप टप,

बर्तन करते खटपट खटपट।

यह कविता उत्तराखंड के कपकोट से दिशा सखी लीलावती ने चरखा फीचर के लिए लिखा है

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