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भारत के पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बनने पर ख़ुशी मनाने से पहले ये बात जान लीजिए!

साल 1600 में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दुनिया की अर्थव्यवस्था का 22 प्रतिशत थी जो दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी. सन 1700 तक मुगल भारत की जीडीपी दुनिया की अर्थव्यवस्था की 24 प्रतिशत हो गई , जो पूरी दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गई. 1700 में 24.4% से घटकर 1820 में भारत की जीडीपी वैश्विक जीडीपी का 16% रह गई। 1870 तक यह गिरकर 12% और 1947 तक 4% रह गई। 

कुछ महीने पहले भारत का विश्व की सबसे बड़ी पांचवीं अर्थव्यवथा बनने पर हर भारतीय ने खुशी मनाई लेकिन यह खुशी भी थोथी ही है। भारत का ब्रिटेन से बड़ी अर्थव्यवस्था बनना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है क्योंकि समृद्धि के मामले में भारत अभी भी ब्रिटेन से बीस गुना पीछे हैं. 

वरिष्ठ पत्रकार और आर्थिक विश्लेषक एमके वेणु कहते हैं, “अर्थव्यवस्था के कुल साइज के मामले में भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़ देगा, ये तो होना ही था. मायने ये रखता है कि लोगों की आर्थिक स्थिति क्या है. ब्रिटेन में अभी भी प्रति व्यक्ति आय 45 हज़ार डॉलर से ऊपर है, भारत में अभी भी क़रीब 2 हज़ार डॉलर प्रति वर्ष ही है.”

वेणु कहते हैं, “अगर वास्तविक तुलना करनी है तो प्रति व्यक्ति आय की होनी चाहिए. इस पैमाने पर भारत अभी ब्रिटेन से बहुत पीछे है. प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत अभी भी सबसे पिछड़े देशों में आता है. ऐसे में ये कहना ग़लत होगा कि अर्थव्यवस्था के मामले में भारत ब्रिटेन से आगे निकल गया है.”

जेएनयू में प्रोफ़ेसर और आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ अरुण कुमार कहते हैं, “भारत की आबादी ब्रिटेन से करीब बीस गुना ज़्यादा है. अगर हमारी जीडीपी उनके लगभग बराबर है तो इसका मतलब ये है कि हम प्रति व्यक्ति आय में उनसे बीस गुना पीछे हैं. ऐसे में ब्रिटेन और भारत की अर्थव्यवस्था की तुलना करना सही नहीं होगा. ये तुलना ही ग़लत है. भारत और ब्रिटेन की जीडीपी की तो तुलना की जा सकती है लेकिन समृद्धि की नहीं. प्रति व्यक्ति आय में हम ब्रिटेन से बहुत पीछे हैं.”

भारत की प्रति व्यक्ति आय 2,601 डॉलर है। बड़ी इकॉनमीज में भारत की प्रति व्यक्ति आय दुनिया में सबसे कम है। अमेरिका में एवरेज प्रति व्यक्ति आय 80,035 डॉलर है जो भारत के मुकाबले 31 गुना अधिक है। इसी तरह चीन की प्रति व्यक्ति आय भारत के मुकाबले पांच गुना ज्यादा है। अगर आज अमेरिका की जीडीपी बढ़ना बंद कर दे तो भारत को उसके बराबर पर कैपिटा इनकम लेवल तक पहुंचने में कई साल लग जाएंगे। इसी तरह ब्राजील की प्रति व्यक्ति आय भारत से चार गुना, जापान की 14 गुना, फ्रांस की 17 गुना और जर्मनी की 20 गुना ज्यादा है। यानी विकसित देशों के मुकाबले भारत कहीं नहीं ठहरता है। प्रति व्यक्ति जीडीपी के मामले में विश्व के 194 में से 143 देश भारत से आगे हैं। 

आज वैश्विक अर्थव्यवस्था करीब 101 ट्रिलियन डॉलर की है जिसमें —

5. भारत, 3.469 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर

4. जर्मनी, 4.031 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर

3. जापान, 4.301 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर

2. चीन, 18.321 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर

1. अमेरिका, 25.035 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर

यानि कि अमेरिका की जीडीपी का योगदान वैश्विक जीडीपी में करीब 25% और भारत का करीब 3.5% (1947 के ब्रिटिश भारत से भी कम) है। अमेरिका की जीडीपी भारत से करीब सात गुना ज्यादा है। विश्व में आज अमेरिका का जो स्थान है, वही स्थान भारत का विश्व में सन 1700 ईस्वी में था। पता नही अब वह स्थान भारत को कब प्राप्त होगा!

Sources –

1. BBC, 2. अमर उजाला, 3. आज तक, 4. जनसत्ता, 5. इकोनॉमिक टाइम्स, 6. IMF, 7. Visual Capatalist, 8. Economic Survey, 9. Tribune and 10. PIB

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