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तमिलनाडु में बाढ़ से हुई जीवन मरण की स्थिति

तमिलनाडु में लागतार हो रहे भारी बारिश के कारण राज्य के दक्षिणी जिलों में कम से कम 10 लोगों की जान चली गई। तमिलनाडु के मुख्य सचिव शिव दास मीना ने मंगलवार(19.12.2023) को कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के विपरीत, बारिश की गंभीरता को कम आंका गया था , वहीं बारिश पूर्वानुमान के विपरीत 48 घंटों में अत्यधिक वर्षा हुई।

राहत और बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही नजरे बनए हुए है ।साथ ही देश के वीर भारतीय तटरक्षक बल के एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ने दक्षिण तमिलनाडु के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 350 किलोग्राम भोजन के पैकेट और अन्य राहत सामग्री गिराई। डिफेंस पीआरओ चेन्नई ने ट्वीट किया, “फंसे हुए नागरिकों की सहायता के लिए आईसीजी द्वारा और अधिक हेलो उड़ानों की योजना बनाई गई है।“

बुधवार, 20 दिसंबर को तिरुनेलवेली जिले के सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की गई थी। तिरुनेलवेली जिला कलेक्टर ने कहा, “जो परीक्षाएं होनी थीं, उन्हें भी स्थगित कर दिया गया है। थूथुकुडी जिले में थूथुकुडी-मदुरै राजमार्ग पर एंथोनी पुरम के पास एक पुल ढह गया। तमिलनाडु के दक्षिण जिलों में बारिश के कारण इमारत ढहने , बिजली की चपेट में आने से कम से कम 10 लोगों की जान चली गई साथ ही कई लोग बेघर हो गए ।

अंतर्राष्ट्रीय आपदा डेटाबेस के अनुसार, शहरी बाढ़ ने बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित किया है, शहरी क्षेत्रों में आजीविका की हानि हुई है, जिससे दुनिया भर में 0.5 मिलियन से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 1985 से 2014 तक 650 मिलियन से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। ये आंकड़े को गंभीरता से देखने की आवश्यकता है।

वही देश की सेना बाढ़ से प्रभावित इलाकों से लोगो को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर रही है

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