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हिन्दी कविता: ज़रूरी है क्या?

being sad in life

being sad in life

ये खुशियों के साथ परेशनियों का आना जरूरी है क्या?

ये जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए 4 कदम पीछे जाना जरूरी है क्या?

ये हर खुशी के साथ दुख के मंजर का आना जरूरी है क्या?

क्षण भर की खुशियों के लिए , महीनों तक आँखों का भर आना जरूरी है क्या?

खुशियों को गले लगाने के लिए दर्द का भी रूबरू होना ज़रूरी है क्या?

ये जिंदगी में मुस्कुराने के लिए रो-कर कर्ज उतारना जरूरी है क्या?

ये ख़ुशी के 4 कदम बढ़ाने पर 10 कदम पीछे जाना ज़रूरी है क्या?

ये ख़ुशी के साथ परेशानियों का आना जरूरी है क्या?

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