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आईए जानें UPSC Mains परीक्षा की तैयारी आसानी से कैसे करें?

Preparation for UPSC Mains Exam

Preparation for UPSC Mains Exam

यूपीएससी (UPSC) मुख्य परीक्षा एक बहुत महत्वपूर्ण परीक्षा है जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) जैसे विभिन्न पदों के चयन के लिए आयोजित की जाती है । इसमें नौ प्रश्नपत्र होते हैं जिनमें शामिल होते हैं – अंग्रेजी और भारतीय भाषा के अनिवार्य , निबंध , सामान्य अध्ययन के चार और वैकल्पिक विषय के दो प्रश्नपत्र। सबसे पहले हम सभी प्रश्नपत्रों की तैयारी के कॉमन सन्दर्भ में कुछ बिंदुओं की चर्चा करेंगे जिनसे आप अपनी यूपीएससी मुख्य परीक्षा की तैयारी को बेहतर समझ सकते हैं। आगे हम हर एक प्रश्नपत्र के अनुसार चर्चा करेंगे।  

Mains से पहले कुछ जरूरी बातों का रखें ध्यान

सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 1 (250 अंक )  

सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 2 (250 अंक ) 

इन विषयों के लिए जरूरी किताबें और टिप्स

 सामान्य अध्ययन -प्रश्नपत्र 3 (250 अंक) 

 भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय। समावेशी विकास तथा इससे उत्पन्न विषय ,सरकारी बजट।मुख्य फसलें- देश के विभिन्न भागों में फसलों का पैटर्न- सिंचाई के विभिन्न प्रकार एवं सिंचाई प्रणाली- कृषि उत्पाद का भंडारण, परिवहन तथा विपणन, संबंधित विषय और बाधाएँ; किसानों की सहायता के लिये ई-प्रौद्योगिकी।प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सहायता तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित विषय; जन वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्य, सीमाएँ, सुधार; बफर स्टॉक तथा खाद्य सुरक्षा संबंधी विषय; प्रौद्योगिकी मिशन; पशु पालन संबंधी अर्थशास्त्र।भारत में खाद्य प्रसंस्करण एवं संबंधित उद्योग- कार्यक्षेत्र एवं महत्त्व, स्थान, ऊपरी और नीचे की अपेक्षाएँ, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास एवं अनुप्रयोग और रोज़मर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव।विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियाँ; देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टैक्नोलॉजी, बायो-टैक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरुकता जरूरी है।

 संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।आपदा और आपदा प्रबंधन। 

विकास और फैलते उग्रवाद के बीच संबंध।आंतरिक सुरक्षा के लिये चुनौती उत्पन्न करने वाले शासन विरोधी तत्त्वों की भूमिका।संचार नेटवर्क के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा को चुनौती, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों में मीडिया और सामाजिक नेटवर्किंग साइटों की भूमिका, साइबर सुरक्षा की बुनियादी बातें, धन-शोधन और इसे रोकना।सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियाँ एवं उनका प्रबंधन- संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध।विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएँ तथा उनके अधिदेश।

इन विषयों पर प्रश्नपत्र कैसे होंगे?

अर्थव्यवस्था के लिए प्रीलिम्स के पहले पढ़ी गयी बेसिक इकोनॉमिक्स की किताबें , आपदा प्रबंधन और विज्ञान पर्यावरण के लिए प्रीलिम्स के पहले पढ़ी गयी एन सी ई आर टी की किताबें यहाँ भी काम आएंगीं। इसके अलावा द हिन्दू , द इंडियन एक्सप्रेस ,जनसत्ता जैसे अखबारों के  सम्पादकीय आदि पढ़ना चाहिए। डाउन टू अर्थ मैगज़ीन , करंट अफेयर्स और मासिक पत्रिकाओं से भी आप अपने नोट्स में वैल्यू एडिशन कर सकते हैं। 

इसके अलावा आप सम्बंधित विषय की सरकारी वेबसाइट्स और उस क्षेत्र की प्रतिष्ठित रिपोर्ट्स की समरी भी पढ़ सकते हैं और उन्हें नोट्स में जोड़कर अपने उत्तरों को बेहतर बना सकते  हैं। उदाहरण के तौर पर खासकर विज्ञान और तकनीकी , सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए आप यह ज़रूर करें। अर्थव्यवस्था ,सुरक्षा ,पर्यावरण ,तकनीकी आदि के विषय पर हालाँकि आपको आलोचनात्मक उत्तरों के लिए अन्य स्वतंत्र विशेषज्ञ अनुसंशाओं , रिपोर्ट्स और उपायों का ज़िक्र भी करना चाहिए। 

सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 4 (250 अंक ) 

इस प्रश्न-पत्र में ऐसे प्रश्न शामिल होंगे जो सार्वजनिक जीवन में उम्मीदवारों की सत्यनिष्ठा, ईमानदारी से संबंधित विषयों के प्रति उनकी अभिवृत्ति तथा उनके दृष्टिकोण तथा समाज से आचार-व्यवहार में विभिन्न मुद्दों तथा सामने आने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर उनकी मनोवृत्ति का परीक्षण करेंगे। इन आयामों का निर्धारण करने के लिये प्रश्न-पत्र में किसी मामले के अध्ययन (केस स्टडी) का माध्यम भी चुना जा सकता है। मुख्य रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों को कवर किया जाएगा।

 नीतिशास्त्र तथा मानवीय सह-संबंध , अभिवृत्तिः सारांश (कंटेन्ट), संरचना, वृत्ति; विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध; नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि; सामाजिक प्रभाव और धारण आदि। सिविल सेवा के लिये अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्य- सत्यनिष्ठा, भेदभाव रहित तथा गैर-तरफदारी, निष्पक्षता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमज़ोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा संवेदना।भावनात्मक समझः अवधारणाएँ तथा प्रशासन और शासन व्यवस्था में उनके उपयोग और प्रयोग।भारत तथा विश्व के नैतिक विचारकों तथा दार्शनिकों के योगदान।

लोक प्रशासन में लोक/सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्रः स्थिति तथा समस्याएँ; सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएँ तथा दुविधाएँ; नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, विनियम तथा अंतरात्मा; शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, नीतिपरक आचार संहिता, आचरण संहिता, नागरिक घोषणा पत्र, कार्य संस्कृति, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता, लोक निधि का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ। 

उपर्युक्त विषयों पर केस स्टडीज़ 

 इस प्रश्नपत्र में उक्त विषयों से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। 

 इस प्रश्नपत्र की तैयारी के लिए आप अगर अंग्रेजी माध्यम के हैं तो डीके बालाजी सर की किताब से पढ़ सकते हैं और सुब्बाराव की किताब भी इस पेपर के लिए एक अच्छी किताब है। 

इसके अलावा आप अखबार ,टेड टॉक्स , बैटर इंडिया हिंदी /इंग्लिश वेबसाइट और अपने आस पास के कार्यस्थल या व्यक्तिगत संबंधों के उदाहरणों के नोट्स बना सकते हैं क्यूंकि यह प्रश्नपत्र विशेषतः आपके नीतिशास्त्र के व्यावहारिक पक्षों को आंकता है।  

निबंध (250 अंक )

भारतीय भाषा की तैयारी

यूपीएससी सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में नौ प्रश्नपत्र होते हैं और भारतीय भाषा का प्रश्नपत्र भी उन्हीं में से एक होता है। यह क्वालीफाइंग और अनिवार्य प्रश्न पत्र होता है। यानि अगर इसमें आप क्वालीफाई नहीं करते हैं तो आपके अन्य प्रश्नपत्रों के अंक आपको नहीं बताये जायेंगे। इसमें 100 अंकों का निबंध का एक प्रश्न, 60 अंकों का अपठित गद्यांश, 60 अंकों का सार लेखन, 40 अंकों के दो प्रश्न चुनी हुई भाषा के एक गद्यांश का अंग्रेजी में और अंग्रेजी का आपके चुने भाषा में अनुवाद करने के लिए दिए जाते हैं और 40 अंक के व्याकरण के प्रश्न होते हैं।

 अंग्रेजी पेपर की तैयारी

यूपीएससी सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में नौ प्रश्नपत्र होते हैं और अंग्रेजी भाषा का उन्हीं में से एक होता है। पर यह क्वालीफाइंग और अनिवार्य प्रश्न पत्र होता है। इसमें 100 अंकों का निबंध, 75 अंकों का रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन जिसमें 15 -15  अंकों के पांच प्रश्न होते हैं। प्रेसी या सार लेखन जो 75 अंकों का होता है। इसमें दिए गए गद्यांश को अधिकतम एक तिहाई शब्दों में अपने शब्दों में सारगर्भित करना होता है। ग्रामर के 50 अंकों के प्रश्न होता है।

UPSC परीक्षा का सबसे अहम 1750 अंकों का पड़ाव इसकी मुख्य परीक्षा होती है। अक्सर यह निर्णायक भी होती है। देखा जाए तो तैयारी शुरू करते वक़्त ही प्रीलिम्स और मेंस की साथ तैयारी करना चाहिए। वैकल्पिक विषय की पूरी तैयारी भी एक बार प्रीलिम्स के रिविज़न से पहले हो जानी चाहिए। ताकि आप प्रीलिम्स के बाद रिविज़न और आंसर राइटिंग भी और अच्छे से ध्यान दे सकें। क्यूंकि प्रीलिम्स के बाद महज 60 -100 दिन बचते हैं और सिलेबस काफी विस्तृत होता है। पर योजना , अनुशासन और धैर्य के साथ आप अपनी तैयारी अच्छे से कर सकते हैं।  

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