जानते हो मेरा दिल काँच का है। और ये 1 नहीं कई बार टूट चुका है, इसपर हज़ारों खरोंचे हैं.. और मेरा ये काँच का दिल बहुत नाज़ुक है, इसके टुकड़े चूर-चूर होकर बिखर जाते हैं… फिर मैं एक एक टुकड़े को समेट कर वापस जोड़ती हूँ… जैसे ही जोड़ती हूँ, वैसे ही फिर से टूट जाता है। पर अब मैं नहीं चाहती कि काँच एक बार फिर से टूटे। क्योंकि अब जुड़ नहीं पाएगा.. हमेशा के लिए बिखर जायेगा।
तुम बहुत अच्छे हो, मेरी जान हो, मेरा सब कुछ हो। मैं तुम्हें बहुत चाहती हूँ। और शायद मुझसे भी ज़्यादा तुम मुझसे प्यार करते हो। मैं जानती हूँ कि तुम्हारे पास मैं हमेशा महफ़ूज़ रहूँगी, तुम्हारी बाहों में। जितना आजतक तुमने मुझे प्यार दिया है, उससे इतना तो समझ आ गया है कि तुम हमेशा के लिए मेरे हो गये हो। पर तुम्हें कैसे समझाऊँ जाना, मुझे आज तक अपनी क़िस्मत पर यक़ीन नहीं आया है। मुझे लगता है मेरी ख़ुशियाँ क्षणिक हैं, और एक दिन ये सब ख़त्म हो जाएगा।
डर है तुम्हें खोने का
मुझे डर लगता है जाना, बहुत डर लगता है। तुम्हें खोने से, तुमसे दूर होने से। सपनों के टूट जाने से डर लगता है। ये ख़्याल ही मुझे रुला देता है.. चाहकर भी अपने आंसू रोक नहीं पाती हूँ। पता नहीं मन में ये डर क्यों हैं। पर क्या करूँ? तुम तो जानते हो ना मुझे। ज़रूरत से ज़्यादा भावुक, संवेदनशील, मासूम 5 साल की बच्ची हूँ मैं तुम्हारी। ना चाहते हुए भी बात-बात पर रो देती दूँ। कभी-कभी लगता है इतनी कमज़ोर क्यों हूँ मैं, क्यों इतना सॉफ्ट हूँ ? पर इन सवालों का मेरे पास कोई जवाब नहीं है।
क्या मेरा साथ दोगे?
तुम से बस एक रिक्वेस्ट है जाना। तुम मुझे हमेशा यूँ ही प्यार करते रहना। मेरे साथ रहना। मैं नहीं जानती कि मेरी ओवरथिंकिंग का इलाज क्या है। पर तुम्हारा प्यार यकीनन मुझे ठीक कर देगा। मुझे पता है तुम कहीं नहीं जाओगे। फिर भी हर दिन तुमसे कहती हूँ कि कभी छोड़कर मत जाना। क्योंकि जब तुम कहते हो ना कि नहीं जाओगे तो दिल को सुकून मिलता है। तुमसे आई लव यू सुनना अच्छा लगता है। तुमसे ये सुनना अच्छा लगता है कि तुम मुझसे कितना प्यार करते हो। तो प्लीज़ जाना, कह दिया करो ना। मेरी ख़ुशी के लिए। सिवाय कुछ प्यार भरे शब्दों के, मुझे तुम से और कुछ नहीं चाहिए।
बाद बाक़ी कभी कोई शिकायत नहीं करूँगी!