Site icon Youth Ki Awaaz

जेल मैन्युअल में बदलाव कर बिहार सरकार अपराधियों को क्यों दे रही है जमानत?

Prisoner in prison

Prisoner in prison

TW: Mention of Murder

बिहार पुलिस जेल मैन्युअल 2012 में मामूली बदलाव के बाद आनन्द मोहन सिंह समेत अनेक दुर्दांत अपराधी जमानत पर बाहर आ गए। मैंने इस पर पहले कुछ नहीं लिखा क्योंकि एक जनतांत्रिक सरकार के निर्णयों में दूरदर्शिता होती है जो हम जैसे कलम के सिपाही नहीं देख सकते। लेकिन आज बिहार के खगड़िया जिले में जमानत पर बाहर निकले एक दुर्दांत अपराधी ने एक महिला की आँखें फोड़ दीं, जीभ काट लिया और फिर दोनों स्तन काट दिए जिससे उसकी मौत हो गई।

खतरनाक अपराधियों को क्यों छोड़ा जा रहा है

यह अपराधी इस महिला के पति और देवर को जान से मारने के कारण जेल में था। आठ बीघा जमीन के विवाद के कारण यह सब कुछ हो रहा है। प्रश्न यह उठता है कि ऐसे खूनी अपराधियों को समाज में भेजने वाले लोग कौन हैं? क्या उन्हें जमानत देने वाले नेता, वकील, मंत्री और न्यायाधीश भी खूनी नहीं हैं? ऐसे कुकृत्य के लिए उन्हें भी दण्ड मिलना चाहिए।

सावधान रहें और गैरजिम्मेदार नेताओं का साथ न दें

और ऐसे जागते रहिये! देखते रहिये! कहीं आप इन लोगों के चुनाव के लिए जिम्मेदार तो नहीं! पार्टी और जाति से ऊपर उठिए. उन्हें चुनिए जो मनुष्य हों और मनुष्यता को प्रश्रय देते हों!

Exit mobile version