वो कहानी ही क्या , जो सुनानी पड़ जाए,
बीता हो कुछ! , कुछ और बनानी पड़ जाए,
जो खुद मशहूर नहीं, वो बतानी पड़ जाए ,
रहीसी ही फिर क्या रहीसी, गर दिखानी पड़ जाए।
वो कहानी ही क्या , जो सुनानी पड़ जाए,
बीता हो कुछ! , कुछ और बनानी पड़ जाए,
जो खुद मशहूर नहीं, वो बतानी पड़ जाए ,
रहीसी ही फिर क्या रहीसी, गर दिखानी पड़ जाए।