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कैसे करें UPSC सिविल सेवा परीक्षा में ‘भारतीय भाषा’ की तैयारी?

UPSC Indian language preparation

UPSC Indian language preparation

यूपीएससी सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में नौ प्रश्नपत्र होते हैं और भारतीय भाषा का प्रश्नपत्र भी उन्हीं में से एक होता है।इसे पेपर A कहा जाता है।  पर यह क्वालीफाइंग और अनिवार्य प्रश्न पत्र होता है।याने अगर इसमें आप क्वालीफाई नहीं करते हैं तो आपके अन्य प्रश्नपत्रों के अंक आपको नहीं बताये जायेंगे। तीन सौ अंकों के इस पेपर में न्यूनतम 75 अंक याने 25 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है. 

कौन सी भारतीय भाषाएं आप चुन सकते हैं

यूपीएससी के सिविल सर्विसेज़ के इस प्रश्नपत्र के लिए आपको संविधान  की आठवीं अनुसूची में शामिल 22  भारतीय भाषाओं में से किसी एक को चुनना होगा। आपको यहां पर आपकी चुनी हुई भारतीय भाषा को लिखने,पढ़ने और समझने की सामान्य योग्यता के आधार पर मूल्यांकित किया जाता है।इसमें आसामी , बंगाली ,बोडो,डोगरी , गुजरती ,हिंदी ,कन्नड़ ,कश्मीरी , कोंकणी ,मैथिली ,मलयालम , मणिपुरी ,मराठी ,नेपाली ,ओड़िया , पंजाबी ,संस्कृत ,सांथाली , सिंधी ,तमिल,तेलुगु ,उर्दू शामिल हैं। 

यूपीएससी के सिलेबस में भाषाओं के साथ साथ लिपि भी दी हुई है जिसमें आप उस भाषा के अनुरूप अपना प्रश्नपत्र लिख सकते हैं।  

किनके लिए यह प्रश्नपत्र अनिवार्य नहीं हैं 

गौरतलब हो कि यह प्रश्नपत्र उत्तरपूर्व भारत के मणिपुर,मेघालय ,मिजोरम ,सिक्किम ,अरुणाचल प्रदेश , नागालैंड राज्यों के अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य प्रश्नपत्र नहीं है। पर बाकी सभी के लिए अंग्रेजी की तरह ही यह अनिवार्य प्रश्नपत्र है। इसके लिए मुख्य परीक्षा के आवेदन के समय आपको उन डाक्यूमेंट्स की स्कैन्ड कॉपी को संलग्न करना होगा जो इस बात का प्रमाण हों कि आप इन राज्यों के रहने वाले हैं।

कैसा होता है प्रश्नपत्र का पैटर्न 

निबंध के पेपर की तैयारी कैसे करें (100 अंक)

निबंध के लिए आपको उस भाषा में लिखे गए निबंधों की किसी किताब को पढ़ना चाहिए। साथ ही आपको उस भाषा के अखबार या इंटरनेट पर विविध ज्वलंत मुद्दों पर लिखे गए लेखों को पढ़ना चाहिए ताकि आपके लेखन में व्याकरण और शब्दों का सही  प्रयोग किया जा सके। हालांकि सरल और स्पष्ट विचारों को आपको निबंध में लिखना चाहिए। 

निबंध लिखने के लिए आप आम तौर पर सबसे पहले अपने विषय को अच्छे से समझ लें और फिर उस पर अपने अलग अलग डाइमेंशन्स से विचार रफ़ स्पेस में लिख लें। एक निबंध में भूमिका , मुख्य भाग और निष्कर्ष यह तीन हिस्से होते हैं। आप अपने रफ़ वर्क में यह प्लान कर सकते हैं कि आप भूमिका में क्या लिखेंगे,मुख्य भाग में क्या और अंत किस तरह करेंगे। 

उदाहरण के तौर पर यह  प्रश्न लेते हैं -’’ खेलों का बढ़ता व्यवसायीकरण “  आप इसकी भूमिका में सबसे पहले इस विषय पर किसी तात्कालिक घटनाक्रम या उदाहरण को लिख सकते हैं और फिर अपना थीसिस स्टेटमेंट से शुरू कीजिये जिससे आपका निबंध किस दिशा में जायेगा यह समझा जा सके। आगे आप इसे अलग अलग तर्कों से बढ़ा सकते हैं जिनके उदाहरण साथ में हों। जैसे खेल और खेलों से जुड़े इवेंट्स  कैसे सिर्फ मार्केट डायनामिक्स पर केंद्रित हो गए है। क्या पहलू हैं उसके।इसके दूसरे हिस्से में आप इसके समाज ,लोगों , अर्थव्यवस्था आदि पर प्रभाव -दुष्प्रभाव की बात कर सकते हैं। आगे इसकी चुनौतियों के लिए सभी को क्या क्या करना होगा और अगर आपके पास कोई प्रबुद्ध व्यक्ति के उदाहरण या कथन हों तो ज़रूरत अनुसार आप वो जोड़ सकते हैं। निष्कर्ष में कुछ नया लिखने की बजाय कही गयी बात को एक भविष्योन्मुखी स्टेटमेंट से ख़त्म कर सकते हैं।   

अपठित गद्यांश की तैयारी कैसे करें (60 अंक )

इसमें आपको एक गद्यांश दिया होता है जिसके आधार पर आपको पांच सवालों के विवरणात्मक उत्तर  देना होता है। यह बहुत आसान होता है अगर आपकी इस भाषा में अमूमन पढ़ने और समझने की आदत हो। आपको अपने जवाब गद्यांश से पूरी तरह कॉपी नहीं करना चाहिए। गद्यांश को पढ़िए । प्रश्नों को पढ़िए और जवाब ढूंढिए। नहीं समझ आये तो एक बार और पढ़िए। और हो सके तो अपने शब्दों में लिखिए पर कंटेंट इसी गद्यांश से होना चाहिए।  

सार लेखन के लिए क्या करें (60 अंक ) 

सार लेखन अंग्रेजी के अनिवार्य प्रश्नपत्र की तरह ही भारतीय भाषा के इस प्रश्नपत्र में भी होता है। अपने शब्दों में आपको दिए गए गद्यांश का सार अधिकतम एक तिहाई शब्दों में लिखना होता है। इसके लिए आपको दिए गए गद्यांश को कम से कम दो तीन बार पढ़ना चाहिए और उसके अर्थ को समझना चाहिए। ज़रूरी और मूल बात क्या कही गयी है उसको समझने के बाद आपको इसे लिखना चाहिए।इसके लिए आप पहले रफ़ स्पेस में लिख लीजिये कि मुख्य बातें और हिस्से क्या हैं। फिर एक बार लिखके देखिये। कि क्या इस सार को पढ़कर आप मूल गद्यांश को समझ पा रहे हैं। फिर शब्दों को देखिये कि वे दी गयी सीमा में हैं ? और फिर अपना सार  फाइनल कर सकते हैं। 

अनुवाद के प्रश्नों का उत्तर कैसे दें (40 अंक) 

40 अंकों के दो प्रश्न चुनी हुई भाषा के एक गद्यांश का अंग्रेजी में और अंग्रेजी का उस  भाषा में अनुवाद करने के लिए दिए जाते हैं। कृपया ध्यान रखें कि अनुवाद करते समय बिलकुल एक एक शब्द को अगर आप अनुवादित करेंगे तो कई बार अर्थ ही बदल जायेगा।इसीलिये रफ़ वर्क के लिए दी गयी जगह में आप पहले उसके अनुवाद को लिख लें और पढ़ें उसे एक दो बार ताकि आप अगर अर्थ को सम्प्रेषित करने में गलती कर रहे हों तो उसे सुधार सकें। इसके लिए आप अनुवाद किये गए इंटरनेट पर मौजूद लेखों को पढ़ें। और अगर वक़्त मिले तो अनुवादित किताबों को उनकी मूल भाषा की किताब के सन्दर्भ में पढ़ें।  

व्याकरण के लिए क्या करें (40 अंक) 

 इसमें खाली स्थान भरने के , त्रुटि निकालने , समानार्थी ,विपरीतार्थी , मुहावरे ,कहावत जैसे प्रश्न होते हैं। इसके लिए आप को पूर्व प्रश्न पत्रों का अभ्यास ज़रूर करना चाहिए। आप इसके लिए दसवीं तक की कोई भी व्याकरण की किताब से पढ़ सकते हैं। 

इस प्रश्नपत्र के लिए आपको सबसे तो वह भाषा चुननी चाहिए जिसमें आप बेहतरी से समझ ,पढ़ ,लिख पाएं। इसके अलावा कक्षा दस तक की इस भाषा की व्याकरण की पुस्तकों से भी आप मदद ले सकते हैं। और जैसा ऊपर बताया गया है कि पिछले  पांच सालों के प्रश्नपत्रों का अभ्यास  करना और अखबार पढ़ना आपको ज़रूर करना चाहिए। यह प्रश्नपत्र आपकी फाइनल रैंक को निश्चित नहीं करता है फिर भी आपको यह ज़रूर ध्यान रखना चाहिए कि बहुत लोग ऐसे होते हैं जो अन्य पेपर्स में अच्छा करते हैं पर इस पेपर को क्वालीफाई नहीं कर पाते हैं। अंततः क्यूंकि आप भारतीय सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए बैठ रहे हैं तो आपको कम से कम  एक भारतीय भाषा का सामान्य ज्ञान तो होना चाहिए ,ऐसा इस प्रश्नपत्र का उद्देश्य   होता है।  

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