Site icon Youth Ki Awaaz

“सीमा हैदर या अंजू की कहानी भारत-पाक के तनाव के बीच सुकून देती है”

Seema Haider and Anju

Seema Haider and Anju

भारत -पाक के बीच जब भी आपसी रिश्ते की बात आती है तो क्रिकेट, कला, संस्कृति जैसे कुछ विषय ही हमें एक होने का अहसास कराते हैं या यूँ कहे कि पाकिस्तान से आयी सीमा हैदर की अपनी रहस्यमयी कहानी हो या भारत से पाक देश गयी अंजू की इश्क़ की दास्तान, कुछ देर सुकून ज़रूर देती है। पर इन सबसे पाकिस्तान की उन भयावह बातों को नहीं भुलाया जा सकता जो शायद हर कोई ना जानता हो। पाकिस्तान मुल्क से आयी महिला सीमा हैदर के चेहरे पर हम जो मुस्कुराहट देख रहे हैँ वो इस बात का प्रमाण है कि भारत एक ऐसा मुल्क है जो हर किसी को अपनाता है और बेवजह किसी को भी परेशान नहीं करता। मगर पाकिस्तान देश की सरहद को एक बार किसी ने गलती से पार कर लिया तो उसका वापिस अपने वतन लौटना शायद ही संभव हो पाये।

सरबजीत सिंह हो चाहे कुलभूषण जाधव, इनके जैसे कई भारतीय आज भी पाक की जेलों मे बंद इस आस मे हैं कि उन्हें अपने वतन सकुशल वापिस भेज दिया जाये, पाकिस्तान की जेलों मे बंद भारतीयों के साथ किये गए अमानवीय, क्रूरता की हद इस तरह होती है कि आप इसे इस बात से समझ सकते है कि जब सरबजीत सिंह का शव पाकिस्तान से भारत उनके घरवालों को सौंपा गया था तो उनकी माँ को शव तक देखने नहीं दिया गया। उनकी बॉडी की हालत को बयान तक नहीं किया जा सकता। ह्यूमन राइट्स वॉच ने अपनी रिपोर्ट्स मे पाकिस्तान की जेलों मे बंद कैदियों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को पूरी तरह से अमानवीय और कठोर बताया है। पाकिस्तान के दहशत भरे रवैये पर भले ही इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस (ICJ) ने कई बार लगाम लगाने की कोशिश की। जेनेवा कन्वेंशन के रूल्स ऑफ़ लॉ का हवाला तक दिया पर पाकिस्तान ने दिखावे के पीछे नियमो की बेलगाम धज्जियाँ उडायी है।

ऐसा नहीं है कि भारत सरकार ने इस मामले मे ठोस कदम नहीं उठाया, भारत सरकार के सहयोग और एक्शन पॉलिसी से जो भारतीय वापिस हिंदुस्तान पहुंचे उनके अनुभव काफी दर्दनाक रहे हैं और उनकी माने तो वो अब कभी भी पाकिस्तान नहीं जाना चाहते। अपने देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सभी देश अपने अपने स्तर पर कड़ी कार्रवाई करते हैँ और शक के आधार पर संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार भी, पर कानूनी प्रक्रिया और कार्रवाई के नाम पर पाकिस्तान द्वारा बंद जेलों मे भारतीयों के साथ किया गया दुर्व्यवहार दो देशों के आपसी रिश्ते पर भी गहरा असर डालता है और मानवता पर प्रश्न चिन्ह भी। अगर वास्तव मे पाक को भारत के साथ शांति और मेल -जोल के रिश्ते को बरकरार रखना है तो उसे मानवता के रास्ते पर चलना होगा और आपसी सहयोग एवं सदभावना के साथ आगे आना होगा

Exit mobile version