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सीबीआई ने की केजरीवाल से पूछताछ, दिल्ली इक्साइज़ पॉलिसी पर राजनीतिक बवाल

Image Source: PTI, Delhi CM Arvind Kejriwal, with Punjab CM Bhagwant Mann and party leader Atishi Marlena

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार जब से बनी है, तब से दिल्ली में जमकर उठा-पटक जारी है। कभी उप-राज्यपाल, कभी कांग्रेस पार्टी से तकरार तो कभी बीजेपी के साथ जमकर तू-तू, मैं-मैं की खबरें तो अब आम बात हो गई है। ऐसे में अगर कुछ नहीं बदला तो वो है पार्टी की बात यानी पार्टी ने सत्ता में आने से पहले ईमानदारी की कसमें खाई थी। अब उसी ईमानदारी के आगे एक और शब्द को जोड़ दिया गया है। मतलब पार्टी ने अब खुद को ‘कट्टर ईमानदार’ घोषित कर केंद्र की सरकार से दो-दो हाथ करने के लिए सड़क पर उतर आई है। ऐसे में कट्टर ईमानदार पार्टी कहने वाले अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार पर कथित शराब घोटाले का आरोप लगाया गया है। ऐसे में कार्रवाई भी हुई और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को इस्तीफा भी देना पड़ा। लेकिन इस इस्तीफे को लेकर इतनी हाय-तौबा नहीं मची। लेकिन जैसे ही कथित शराब नीति के मामले को लेकर सीबीआई ने पार्टी के मुखिया को तलब किया तो मानों आम आदमी पार्टी की जमीन पर किसी ने दावा ठोंक दिया हो। ऐसे में जमकर विरोध प्रदर्शन का नजारा दिल्ली की सड़कों और दिल्ली की जनता ने देखा।

शराब नीति मामले में केजरीवाल से पूछताछ

दरअसल कथित शराब नीति मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सीबीआई ने अपने दफ्तर 16 अप्रैल सुबह 11 बजे हाजिर होने का समन भेजा था। अरविंद केजरीवाल सुबह 11: 10 मिनट पर सीबीआई के दफ्तर पहुंचे थे। सीबीआई ने करीब 9 घंटे तक केजरीवाल से पूछताछ की थी। यानि घड़ी की सूईयों की मानें तो रात 8: 30 बजे तक केजरीवाल एजेंसी के दफ्तर से बाहर आए। केजरीवाल ने बाहर आकर कहा कि सीबीआई ने जितने भी सवाल पूछे मैंने उन सभी का जवाब दे दिया है। हमारे पास और हमारी पार्टी के पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है। ये पूरा मामला गंदी राजनीति से प्रेरित है। आप पार्टी कट्टर ईमानदार है। कुछ भी हो जाए हमारी पार्टी किसी तरह से गलत काम करने वालों और गलत काम में नहीं है। ये सिर्फ गंदी राजनीति कर रहे है। जनता हमारे साथ है। हम कट्टर ईमानदार पार्टी है।

सीबीआई दफ्तर के बाहर हंगामा और गिरफ़्तारी

अरविंद केजरीवाल पूछताछ के लिए जब सीबीआई दफ्तर पहुंचे तो उनके साथ ऑफिस के बाहर तक पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सांसद राघव चड्ढा, सांसद संजय सिंह और भी कई मंत्री पहुंचे थे। पार्टी के कई विधायकों ने सीबीआई के दफ्तर के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किए। हंगामा ज्यादा होता देख दिल्ली पुलिस ने AAP समर्थकों को हिरासत में भी ले लिया। वहीं देर रात नजफगढ़ थाने से सभी आप समर्थकों को छोड़ भी दिया गया।एक तरफ जहां केजरीवाल से पूछताछ चल रही थी, तो दूसरी तरफ दिल्ली के आम आदमी पार्टी के संयोजक गोपाल राय ने आपातकालीन मीटिंग भी बुलाई थी। इस मीटिंग में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता, दिल्ली मेयर शैली ओबेरॉय और डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल भी मौजूद रहे।

शराब नीति मामले में सीबीआई जांच

इससे पहले आपको बता दे कि सीबीआई दफ्तर जाने से पहले केजरीवाल, भगवंत मान के साथ राजघाट पहुंचे थे। जहां महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। अरविंद केजरीवाल ने राजघाट जाने से पहले एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था, “जब कुछ गलत नहीं किया, तो छिपाना क्या। अरविंद केजरीवाल ने बिना नाम लिए आगे कहा कि ये लोग बहुत ताकतवर है, किसी को भी जेल भेज सकते है, चाहे किसी की कोई गलती हो या ना हो।” वहीं दूसरी तरफ दिल्ली शराब नीति मामले को लेकर सीबीआई की टीम पिछले 8 महीने से जांच कर रही है। आपको बता दें कि सीबीआई ने 17 अगस्त 2022 को केस दर्ज किया था। 19 अगस्त को सीबीआई ने मनीष सिसोदिया और आप के तीन अन्य सदस्यों के घरों में छापा मारा था। फिर 22 अगस्त को ईडी-सीबीआई से मामले की जानकारी लेती है और फिर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करती है। 30 अगस्त को मनीष सिसोदिया के PNB बैंक के लॉकरों की तलाशी ली जाती है। वहीं 27 सितंबर को आप प्रवक्ता विजय नायर को गिरफ्तार किया जाता है। 28 सितंबर को ईडी ने कथित दिल्ली शराब घोटाले के आरोपियों में शामिल शराब कारोबारी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार करती है।

सीबीआई के पूछताछ का प्रकरण

16 अक्टूबर को सीबीआई ने पहली बार मनीष सिसोदिया से 9 घंटे पूछताछ की। 25 नवंबर को सीबीआई ने 7 लोगों के खिलाफ चार्ज सीट पेश की, लेकिन इसमें सिसोदिया का नाम नहीं था। 30 नवंबर मनीष सिसोदिया के करीबी अमित अरोड़ा को गिरफ्तार किया गया जबकि ईडी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी एल सी कलवकुंतला कविता को नामजद किया। वहीं 14 फ़रवरी 2023 को डिप्टी सीएम सिसोदिया के ऑफिस पर रेड की गई और कम्पूटर जब्त कर ली गई। 19 फरवरी सीबीआई ने फिर सिसोदिया को बुलाया लेकिन सिसोदिया नहीं जाते है। फिर 26 फ़रवरी को पूछताछ के लिए सिसोदिया सीबीआई पहुंचते है। इनसे 8 घंटे पूछताछ की जाती है। उसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया जाता है। आपको ये भी बता दें कि सिसोदिया अब भी ईडी की कस्टडी में हैं और सिसोदिया की जमानत पर 18 अप्रैल को सुनवाई होगी।

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