अपने अभिनय कैरियर में आयुष्मान हमेशा प्रयोगधर्मी रहे है। लिंक से अलग हट कर सिनेमा करने में उनको मजा आता है। यह प्रयोगधर्मिता उनके के लिए भारी भी पड़ती रही है। मसलन, बरेली की बर्फी में राजकुमार राव सारी मलाई खा गए और एन एक्शन हीरो में सारा क्रेडिट जयदीप अहलावत के खाते में जाते दिखती है। जबकि आयुष्मान के अभिनय में कोई कमी नहीं है। अनिरुद्ध अय्यर ने एक अप्रत्याशित कारनामे करती हुई कहानी कहने की कोशिश की है। जिसमें एक्शन के साथ-साथ थ्रिलर, डार्क कामेंडी, पब्लिक का गुस्सा, मीडिया ट्रायल, बायकांट बालीवुड जैसे सारे सिचुएशन को डाला गया है। फिल्म के कमीयों को एक तरफ कर दे पूरी फिल्म 132 मिनट तक बांध कर रखती तो है, बस लाजिक के सामने गले से नहीं उतरती है।
क्या है एन एक्शन हीरो की कहानी
फेमस एक्शन हीरो मानव(आयुष्मान खुराना) फिल्म के शूटिंग के लिए हरियाणा आता है जहां स्थानीय निगम पार्षद का भाई विक्की, मानव के साथ फोटो खिचवाने के लिए घंटों इंतजार कर रहा है। कुछ परिस्थियां इस तरह से बनती है कि मानव के धक्के देने से पत्थर से टकरा कर मर जाता है। पुलिस से बचने के लिए मानव लंदन भाग आता है। देश की मीडिया में बायकांट मानव ट्रेड होने लगता है और उसे फरार घोषित कर दिया जाता है। विक्की का पार्षद भाई अपने भाई का बदला लेने लंदन पहुंच जाता है और दोनों के बीच चूहा-बिल्ली का खेल शुरू हो जाता है। मानव इन सबों से कैसे भिड़ता-निकलता है यही कहानी है एन एक्शन हीरो की।
कैसी है ‘एन एक्शन हीरो‘?
हिंदी सिनेमा के लिहाज़ से जहां हर सिनेमा पर चोरी और कुछ नया नहीं करने का आरोप लग रहा है। एन एक्शन हीरो एक नई तरह की स्टोरी टेलिंग है, जिसमें हिरोईन है ही नहीं। कहानी शुरुआत से रोचकता को बनाए रखती है पर मध्यांतर के बाद थकने लगती है। अनिरुद्ध ने स्मार्ट तरीके से स्टोरी सुनाई है और फिल्म की बुनाई में डायलांग्स, बैकग्राउड स्कोर के साथ मैच करते हुए कौतूहल बनाए रखती है। आयुष्मान और जयदीप के चूहा-बिल्ली का खेल दोनों के बांडी लैंग्वेज और पंचलाइन के कारण गजब की कैमिस्ट्री बनाती है पर्दे पर। एक नए तरह की स्टोरी टेलिंग दर्शकों को पसंद आ सकती है। जयदीप अहलावत पर्दे पर आते ही कहानी को अपने कंधे पर उठा लेते है और आयुष्मान पीछे छूटते दिखते है, परंतु अपने हिस्से के वाह-वाही पाने में वह पीछे छूंटते हुए भी नहीं दिखते है। कुल मिलाकर एन एक्शन हीरो निराश नहीं करती है आयुष्मान-जयदीप दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब होते दिखते है।