हाथरस / उत्तर प्रदेश : जनसामान्य की कई ऐसी शिकायतें जिला मुख्यालय पर लगातार पहुंच रही हैं, जिनका का निस्तारण तत्काल मौके पर किया जा सकता है, लेकिन उसके लिए जन-सामान्य को महीनों तक कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसे लेकर अब डीएम अर्चना वर्मा ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है।
डीएम अर्चना वर्मा ने कहा है कि उपजिलाधिकारी प्रत्येक सप्ताह दोपहर एक बजे से तीन बजे तक किन्हीं दो ग्राम सभा, अपर जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी किन्हीं एक ग्राम सभा में खुली चौपाल लगाएंगे। इन चौपालों में संबंधित खडं विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) उपस्थित रहेंगे। चौपालों में जन-समस्याओं के निस्तारण के साथ शिकायतकर्ता का नाम, पता, मोबाइल नंबर, शिकायत का विवरण, अग्रेसित/निस्तारण स्थिति और अभियुक्ति दर्ज करने के निर्देश दिए। चौपाल की तिथि से दो दिन पूर्व तक डुगडुगी पिटवाकर इसका प्रचार-प्रसार कराया जाए।
चौपाल में आईजीआरएस संदर्भ, कायाकल्प प्रगति, गोवंश संरक्षण, अमृत सरोवर योजना का निरीक्षण, ठोस एवं तरल अपशिष्ट कूड़ा प्रबंधन के तहत कराए जा रहे कार्यों का सत्यापन किया जाए। ग्राम पंचायत के तहत किसी अन्य परियोजना के कार्य का निरीक्षण विशेष तौर पर करें। विभिन्न न्यायालयों में ग्राम पंचायत से संबंधित चल रहे वादों की सुनवाई के दौरान लगाए गए स्थलीय निरीक्षण भी किए जाएं।
प्रत्येक ग्रामसभा पर आयोजित चौपाल के लिए एक पंजिका संधारित कर प्रत्येक शिकायतकर्ता की शिकायत एवं उसके निस्तारण का ब्योरा अंकित किया जाए। साफ-सफाई के लिए जिला पंचायतराज अधिकारी, ग्राम पंचायत सचिव एवं संबंधित ग्राम पंचायत पर तैनात सफाई कर्मी उत्तरदायी होंगे। सभी उपजिलाधिकारी माह दिसंबर का अपना-अपना रोस्टर तत्काल जारी करें।