जैसे ही स्कूलों में एडमिशन का दौर शुरू होता है, चिंतित माता-पिता अपने बच्चों के दाखिले के लिए जुगाड़ लगाना शुरू कर देते है। गहरी साँस लें! हालांकि, बच्चों के एडमिशन की प्रक्रिया कोई आसान काम नहीं है।
आवेदनों की बड़ी संख्या और टैक्सिंग एडमिशन
क्योंकि हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा शहर के सबसे अच्छे स्कूल में पढे और इसके लिए वे जाने-अनजाने में अपने बच्चों को उसकी परीक्षा और साक्षात्कार के लिए एक अलग व्यक्तित्व दर्शाने को मजबूर कर देते हैं। ये है स्पॉयलर अलर्ट यानी यहां चीजें बिगड़ सकती हैं! ज्यादातर मामलों में, शिक्षक और परीक्षक इसके माध्यम से सही फैसला कर सकते हैं!
शुरू से ही स्कूलों में आवेदनों की बड़ी संख्या और टैक्सिंग एडमिशन प्रक्रिया अभिभावकों के लिए एक समस्या रही है। हालांकि, कुछ ऐसे आसान उपाय हैं जिनका पालन करके अभिभावक यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनका बच्चा बिना किसी घबराहट या मानसिक परेशानी के अपने पसंदीदा स्कूल में एडमिशन ले सके।
समय से पहले शुरू करें
यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप और आपका बच्चा कठिन एडमिशन प्रक्रिया के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, ज़रूरी है कि इस प्रक्रिया की शुरुआत समय से पहले करें। याद रखें, किसी भी चीज़ को एक ही रात में सीखना संभव नहीं होता है। जितना अधिक समय आप अपने बच्चे को देंगे, उनके साथ नई चीजों की खोज करेंगे, छोटी-छोटी जानकारी साझा करेंगे, सीखने की प्रक्रिया को मज़ेदार बनाएंगे, बच्चों की पकड़ उन चीजों में उतनी ही मज़बूत होती जाएगी।
बता दें कि हर प्रवेश परीक्षा का कंटेंट मानकीकृत यानी स्टैंडर्डाइज़्ड नहीं होता है और यह एक स्कूल से दूसरे स्कूल में काफी अलग होता है। लेटर सेट, संख्याएं, फॉनिक्स लेटर साउंड जैसी कुछ मूलभूत चीजें होती हैं जिसकी जानकारी बच्चों को ज़रूर होनी चाहिए।
सीखने को मज़ेदार बनाएं
जैसा कि हमने पहले उल्लेख किया है कि हर माता-पिता अपने बच्चे को विजेता बनाने का लक्ष्य रखते हैं और इस चक्कर में कभी-कभी वे उन पर अपनी जानकारी थोप देते हैं जिससे बच्चे की समझने की क्षमता बाधित हो सकती है और इससे चिंतित और परेशान हो सकते हैं। इस परिस्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि सीखने की प्रक्रिया को मजेदार बनाया जाए ताकि बच्चे रूचि के साथ उसे सीख सकें।
एक बच्चे के सीखने के ग्राफ को बढ़ावा देने का एक अच्छा तरीका है ऑरिजिनल होर्डिंग, बोर्ड, और कलर नंबर्स साथ ही लेटर सेट इन पेपर, पत्रिकाओं का उपयोग करना और इस प्रकार सीखना मजेदार और आसान होता है। हर बच्चा यूनिक होता है और एक अलग गति और लय से सीखता है।
बच्चे की शिक्षा का फाइनेंशियल प्लान
एजुकेशन फंड आपके बच्चों के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। इसलिए, जब आप अपने बच्चे का एडमिशन कराते हैं, तो आपको उपयुक्त फंडिंग विकल्प के साथ तैयार रहने की आवश्यकता है। प्रक्रिया शुरू करने से पहले, यह एक अच्छा विचार हो सकता है कि आप अपने बैंक में अपने वित्तीय सलाहकार/रिलेशनशिप मैनेजर से परामर्श लें और स्कूल में प्रवेश के लिए निकट-अवधि (निअर-टर्म) और दीर्घकालिक (लॉन्ग-टर्म) निवेश योजना के विकल्पों पर चर्चा करें।
इसके अलावा, 15 साल के समय के लिए सही बचत और निवेश योजनाओं को सुनिश्चित करें। नियमित निवेश विकल्पों पर विचार करते समय व्यवस्थित निवेश योजनाएं (SIP) या RD एक अच्छा विकल्प है, जबकि एकमुश्त धनराशि जमा करते समय फिक्स्ड डिपाजिट (FD) एक अच्छा विकल्प है। बच्चे के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने के लिए स्मार्ट निवेशक बीमा प्रदाता के साथ सही योजना भी चुन सकते हैं!
बिग डे से पहले
जब सभी व्यवस्थाएं हो जाएं, तो आप यह सुनिश्चित करें कि आप अपने बच्चे को अंतिम क्षणों में परेशान और उत्तेजित न करें। इसके बजाय, खुद भी रिलेक्स हों और ऐसी चीजें करें जो आपको पसंद हो: जैसे स्विमिंग, पेंटिंग, टहलना आदि। बिग डे से एक दिन पहले, अपने बच्चे के साथ उसकी तैयारी करें, उसके लिए एक अच्छा सा ड्रेस चुनें और उस दिन के बारे में उससे बातचीत करें, और धीरे-धीरे उन्हें बिग डे के लिए तैयार करें।
अंत में, याद रखें कि अगर आप अपने बच्चे की क्षमता में विश्वास रखेंगे तभी वे आप पर भी विश्वास करेंगे! माना कि ये थोड़ा कठिन है, लेकिन इस बात को हमेशा याद रखें कि एडमिशन की प्रक्रिया असल में आपके और आपके बच्चे के सिखने के लिए सबसे बेहतर तरीका है और, जितना क्लाइमेट बच्चे को चुनता है, उतना बच्चा भी क्लाइमेट को चुनता है, और अक्सर यह सभी के लिए सबसे अच्छा होता है। फिलहाल के लिए बस इतना ही!