आज हर कही श्रद्धा की बात है वो गलत है क्युकी उसने एक लड़के पर यकीं किया ? क्या यह कहुँ की उसने प्यार किया ? क्या कहुँ समझ नहीं आ रहा क्या है यह प्यार को लोगो को मारने से और मरने से पहले नहीं सोचता क्या प्यार है भी ? हां यह एक बड़ा सवाल है की प्यार है भी क्या भी आकर्षति होने को ही आप प्यार मानलेते है प्यार की परिभाषा क्या है यह सोचने वाली बाते नहीं है एक कोई केस हो जाये फिर देखो सही उंगलिया लड़कियों पर ही पर इस सब में आफताब का क्या क्या वो दोषी नहीं ? उसने खून किया क्या बस यही दोष है उसने एक प्यार को धोखा दिया क्या यह गुनाह नहीं यह यह सही नहीं की उसको यह उससे जैसा करने वाले लोगो को ऐसी सजा दीजिये की प्यार करने क बारे म भी कोई सोचे फिर यह कानून बस लड़को पर नहीं लड़कियों पर भी लागु हो श्रद्धा ने गलत इंसान पर भरोसा किया इससे हम देख ही सकते है की हम कितने बुरे है कितने काळा है जब बुरे करने पर आये तो हद ही कर दे हमको खुद को भी एक बार देखन चाहिए की हम खुद तो आफताब यह श्रद्धा का रोल नहीं निभा रहे गलत को और गलत और सही को मिटने का काम नहीं कर रहे क्युकी यह दोनों ही इसी समाज से निकले है रोड पर हम कितने लोगो की मदद करते है एक छोटा है पार्ट आज मेट्रो में एक लड़का पैसे मांग रहा रहा था उसकी मदर हॉस्पिटल में एडमिट है यह बोलकर अब किसी ने भी उसको पैसे नहीं दिए और नहीं उससे किसी ने कुछ पूछा में पूछना चाहा तो मुझे यह बोल क्र चुप करवा दिया गया छोड़ तुझे क्या ? पर सच में मुझे क्या ?
यह सच भी हो सकता है और झूट भी क्या करे समाज को हम खुद बिगड़ रहे है और सरकार से उम्मीद करते है वो सही करे क्या वाकिये ?
यह सही है ????????