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मेरा प्यार तुम थे

कविता

मेरा प्यार और चाहत हमेशा से तुम थे

कल भी तुम थे आज भी तुम हो।

मेरी ज़रूरत कल भी तुम थे और आज भी तुम हो

तुमने तो कब का भूला दिया मुझको

पर मेरी तो हर आदत कल भी तुम थे आज भी तुम हो।

तुमने न जाने कितना प्यार किया मुझको

पर मेरी तो पूजा कल भी तुम थे आज भी तुम हो

बेखबर बनते हो खबर हो के भी

बाकी मेरी तो किस्मत कल भी तुम थे आज भी तुम हो।

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