विधानपरिषद को बन्द किया जाय,अर्थात विधानपरिषद में इस तरह से होने वाले चुनाव में अपराधियों का कब्जा लगातार बना रहता है।अपना जेब भरने के अलावा कोई काम नही रहता है। बीडीसी से लगाये ब्लॉक प्रमुख तक वोट के बदले नोट चाहिए के फार्मूले पर विशेष सक्रिय होते है।
यह भारतीय लोकतंत्र का विशेष नमूना है, जहां मरने के पहले ज़िंदा रहना हम सभी को सीखना है।इसी से भारत का कल्याण हो जाएगा। गाँव में स्कूल की शिक्षा को बेहतर बनाना हैं। सरकारी कर्मचारियों के बच्चों को क्लास 5 तक तो सरकारी स्कूल में पढ़ना अनिवार्य किया जाए।
गाँव में सभी लोगो को खेत में सहकारिता के माध्यम से खेती करना अनिवार्य किया जाए।
मन्दिर और मस्जिद को घरों में कैद किया जाय, सारे लोग अपने अपने घरों में पूजा व नमाज पढ़े।
दक्षिण में चलो, जो आप के अनुसार सिर्फ पैसे से होता है। बिना पैसों से लोकतंत्र को जिंदा कर दो,विधानपरिषद को समाप्त कर दो,हर आदमी अपनी अपनी ज़िम्मेदारी से काम करना शुरू कर दे,सरकारी स्कूलों में शिक्षा के साथ साथ जाति को खत्म कर दो,हर बेरोज़गार को खेती व पशुपालन के लिए इसे भी अनिवार्य कर दो।
दुष्ट स्वभाव के लोगो को जेल में डालो,हर विधायक/सांसद को होने वाले प्रति चुनाव में लगभग 30% लोगो को टिकट कर नए लोगो को मौका मिलना चाहिए। यही लोकतंत्र की खूबसूरती है। हम रहे या ना रहे पर यह किताब लोग पढेंगे,जहां लिखा होगा कि बढ़ती जनसंख्या भारत के लिए अब अभिशाप है।