हमने देखा है कि जबसे सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ा है ऑन लाइन थ्रेड भी बढ़ गए हैं और ये किसी के साथ भी हो सकता है, खासकर लड़कियों को इस तरह की धमकियां सबसे ज़्यादा मिलती हैं लेकिन जब आपकी फोटो/वीडियो वायरल करने की धमकी मिले तब क्या करें ये एक बेहद कठिन चुनौती है, क्योंकि धमकी देने वाला अक्सर आपका अपना कोई परिचित ही होता है, जो आपके फोटो के द्वारा आपको ब्लैकमेल करना चाहता है और ये पैसे एठने से बेजजत कर बदला लेने तक इसमें कुछ भी शामिल हो सकता है।
धमकी मिलने पर सबसे पहले क्या करें?
फोटो वायरल की धमकी मिलने पर सबसे पहले तो घबराएं नहीं वर्ना आपको धमकाने वाले का पक्ष और मजबूत हो जाएगा। इस तरह के मामले में दो तरह से काम किया जा सकता है।
पहला व्यक्तिगत रूप से या किसी अपने की मदद लेकर और दूसरा कानूनी सहायता से।
पहला व्यक्तिगत रूप से
- अगर आप धमकी देने वाले को जानते हैं तो उससे बात करें।
- किसी अपने भरोसेमंद को इस विषय में जरूर बताएं।
- व्यक्तिगत रूप से यदि धमकाने वाला आपकी फोटो आपको देने को तैयार हो जाए तो ये काम कर सकता है लेकिन किसी भी तरह से उसपर भरोसा ना करें।
- उसे बताएं की आपने ये बात किसी और को भी बता रखी है, जिससे वो आपको अकेला समझकर डरा ना पाए।
- भारत में ब्लैकमेलिंग का बाज़ार बहुत बड़ा है तो आपको डरने की ज़रूरत नहीं है।
कानूनी कार्यवाही से
किसी भी तरह की ब्लैकमेलिंग के संबंध में अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करें लेकिन पहले आपको मालूम होना चाहिए की किन मामलों में आप शिकायत कर सकते हैं?
- व्यक्तिगत आपत्तिजनक फोटो/वीडियो वायरल करने की धमकी की दशा में।
- व्यक्तिगत विवादित बयान और बातचीत करने पर।
- सोशल साइट पर फेक आईडी बनाकर फोटो/ वीडियो वायरल की धमकी देने पर।
- सोशल मीडिया साइट पर आपत्तिजनक फोटो और वीडियो वायरल की धमकी पर।
- एफबी और यू ट्यूब पर चलने वाले आपत्तिजनक वीडियो पर।
कैसे होगी कम्पलेन?
- आपत्तिजनक फोटो डालने की धमकी का स्क्रीन शॉट लेकर साइबर सेल में सीधे शिकायत कर सकते हैं या मोबाईल का लिंक, नंबर जिससे फोटो लिया गया था उसकी जानकारी साइबर सेल को देना होगा।
- अगर आईटी एक्ट में केस पहले से रजिस्टर्ड हो, तो उसकी एफआईआर कॉपी के माध्यम से भी शिकायत कर सकते हैं।
- जिस भी राज्य/ज़िले/शहर में आप हैं वहां के पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत कर सकते हैं लेकिन उसके बाद नज़दीकी साइबर सेल में जाकर केस की पूरी जानकारी देनी होगी।
कैसे होगी कार्यवाही?
- ईमेल, हेल्पलाइन नंबर या अन्य ग्रुप के माध्यमस से शिकायतकर्ता अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।
- ऑनलाइन कम्प्लेन दर्ज कराने के बाद पीड़ित साइबर सेल से संपर्क कर वीडियो का लिंक या यूआरएल उपलब्ध कराने के साथ शिकायत से संबंधित कंटेंट टीम को उपलब्ध करा सकती है।
- साइबर सेल टीम जांच करती है और जनरेट होने वाले नंबर के खिलाफ लीगल एक्शन लेती है।
- सोशल मीडिया साइट से फोटो ब्लाक करने की कंफर्मेंशन मेल आने के बाद उसे ब्लॉक कर दिया जाता है।
लेकिन आजकल ऑनलाइन बाज़ार के चलते ज़रूरी नहीं की आप उस व्यक्ति को जानते ही हों जिसने आपको धमकी दी है, ऐसे में क्या करें?
कैसे करें रिपोर्ट?
यदि आप आगे की कार्रवाई करने का निर्णय लेते हैं, तो आपको पोस्ट के रिकॉर्ड की आवश्यकता हो सकती है, तो आप रिपोर्टिंग उद्देश्यों के लिए पोस्ट का स्क्रीनशॉट लें।
आप गुमनाम रूप से उन फ़ोटो की रिपोर्ट कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति उन चीज़ों को साझा करने की धमकी दे रहा है जिन्हें आप निजी रखना चाहते हैं (उदाहरण: संदेश, फ़ोटो, वीडियो), आपसे पैसे भेजने के लिए कह रहे हैं या आपसे कुछ और करने के लिए कह रहे हैं, जिससे आप असहज हैं, तो कृपया बिल्ट- का उपयोग करके उसकी प्रोफ़ाइल की रिपोर्ट करें या आप एक फॉर्म भरकर भी ये कर सकते हैं।
क्या है सज़ा का प्रावधान?
यही नहीं, अगर किसी तरह की धमकी मिल रही हो तो उन्हें तुरंत कानूनी सुरक्षा भी मिल सकती है। ऐसे मामलों में कानूनी प्रावधान इतने सख्त हैं कि इस तरह की धमकी देने वाले बच नहीं सकते।
यही नहीं, शिकायत करनेवालों की पहचान भी गोपनीय रखी जा सकती है। पुलिस ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई कर सकती है तथा कॉल डीटेल्स वगैरह से मिनटों में आरोपी की पहचान की जा सकती है।
साइबर एक्सपर्ट फेसबुक या अन्य कोई सोशल वेबसाइट पर बातचीत या पोस्ट से अगर किसी को नुकसान पहुंचाने की कोई कोशिश करे तो उसके खिलाफ कड़े कानूनी प्रावधान हैं।
अगर किसी लड़की को उसका फोटो वायरल करने की धमकी दी जाती है तो पुलिस तुरंत आरोपी के खिलाफ साइबर क्राइम की धारा 66, 67 का अपराध दर्ज कर सकती है। इसके अलावा आईपीसी की धारा 320, 34, 170, 465, 468, 469, 120, 425 समेत कई धाराओं में मामला दर्ज हो सकता है।