हाल ही में जब बीजेपी सरकार ने अग्निवीर योजना में आयु को लेकर बड़ा बदलाव किया, जिसके बाद इसे लेकर चर्चाएं शुरू हो गईं कि अग्निवीर क्या है वगैरह वगैरह!
अग्निपथ सेना भर्ती 2022 को लेकर सरकार ने बड़ी घोषणा की है। सरकार ने अग्निपथ सेना भर्ती 2022 (agnipath recruitment) के लिए अग्निपथ आयु सीमा में बदलाव करते हुए अग्निपथ अधिकतम आयु सीमा को 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दिया। अग्निपथ स्कीम में इस बदलाव से उन छात्रों को राहत मिलेगी, जो कोरोना महामारी की वजह से लगातार टल रही सेना भर्ती की परीक्षा में ना उपस्थित हो पाने के कारण उम्र सीमा पार कर चुके हैं और ये बदलाव केवल साल 2022 के लिए ही किया गया है।
अग्निपथ भर्ती कार्यक्रम के माध्यम से अब सभी को सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा। कार्यक्रम के लिए चुने गए लोगों को अग्निवीर कहा जाएगा।
कौन होंगे अग्निवीर?
अग्निपथ योजना (agnipath yojana) के तहत देशभर के वे युवा जिनकी उम्र 17.5 साल से लेकर 21 साल है (साल 2022 में अधिकतम आयु बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी गई है), वे सेना के तीनों अंगों में अग्निवीर सैनिक पद के लिए आवेदन दे सकते हैं। चार साल की कार्य अवधि में अग्निपथ स्कीम के माध्यम से पहले साल युवाओं को 30 हज़ार रुपए मासिक वेतन दिया जाएगा और आखिरी साल आते-आते यह वेतन 40 हज़ार तक पहुंच जाएगा।
यही नहीं अग्निपथ भर्ती योजना (agnipath recruitment scheme) के तहत 4 साल बाद इन युवाओं में से 25 प्रतिशत युवाओं को रिटेन किया जाएगा यानि ऐसे युवा पूर्णकालिक नौकरी के लिए तैयार माने जाएंगे। अग्निपथ योजना (agnipath yojana) की पहली भर्ती का कार्य 90 दिनों के अंदर पूरा किया जाएगा जिसके तहत 46,000 युवक-युवतियों को नौकरी मिलेगी।
क्या है अग्निपथ स्कीम?
अग्निपथ स्कीम भारत सरकार द्वारा सेना में 4 साल के लिए बहाली हेतु लाई गई एक महत्वाकांक्षी योजना मानी जा रही है, जिस पर सरकार 90 दिनों के भीतर एक्शन लेगी। अग्निपथ भर्ती योजना (agnipath recruitment scheme) के माध्यम से भारतीय सेनाओं को ज़्यादा युवा और नई तकनीकों में माहिर बनाने की योजना है।
इस स्कीम की सहायता से सरकार को सेना की औसत उम्र 32 साल से 26 साल करने में सहायता मिलेगी जिससे न सिर्फ सशस्त्र बल में बल्कि बहुत से युवाओं को नौकरी भी मिलेगी साथ ही अग्निपथ स्कीम 2022 (Agnipath Scheme 2022) के आ जाने के बाद सेना में सिपाही के पद पर नई भर्तियां अब अग्निपथ योजना के तहत होंगी। साथ ही इसके तहत भविष्य में मेरिट और संगठन की ज़रूरत को देखते हुए 25 प्रतिशत तक अग्निवीर सैनिकों को सेना में 4 वर्ष की सेवा के बाद भी रिटेन किया जाएगा।
वहीं चार साल की नौकरी के बाद बाकी के 75 प्रतिशत युवाओं को एक मुश्त राशि के साथ-साथ सरकार की तरफ से तकनीकी योग्यता का सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जिससे उन्हें भविष्य में विभिन्न क्षेत्रों में क्षमता अनुसार नौकरी पाने में सहायता प्राप्त होगी। इसके साथ ही सभी उम्मीदवार नियमित संवर्ग में भर्ती के लिए बतौर वॉलन्टियर आवेदन कर सकते हैं।
अग्निपथ योजना भर्ती प्रक्रिया क्या?
ऐसा नहीं है की इसमें कोई बदलाव किया गया है ये ठीक पुरानी प्रक्रिया की तरह ही है। इसके लिए आर्मी के पुराने तरीके का ही पालन किया जाएगा। इसके लिए शारीरिक परीक्षण के साथ-साथ युवाओं को लिखित परीक्षा से भी गुज़रना होगा। अग्निपथ पात्रता मानदंड (agneepath scheme eligibility) के अनुसार यदि अग्निपथ भर्ती योजना के लिए आवेदन देने वाले युवाओं की उम्र सीमा की बात करें, तो इस योजना के लिए आवेदन देने वाले युवाओं की न्यूनतम आयु 17 साल 6 महीने और अधिकतम आयु 21 साल निर्धारित की गई है (केवल साल 2022 के लिए 23 वर्ष रखी गई है।)। अग्निपथ भर्ती योजना के तहत युवाओं को ट्रेनिंग पीरियड समेत कुल 4 वर्षों के लिए स्शस्त्र सेवा बल में फुल टाइम काम करने का मौका मिलेगा, जिसके लिए भर्ती सेना के तय नियमानुसार ही होगी।
लेकिन इसकी सबसे खास बात ये है कि इस योजना के तहत न सिर्फ पुरुष, बल्कि महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं। युवा इस योजना के माध्यम से सेना के तीनों प्रमुख अंग यानि कि थल सेना, वायु सेना और नौ सेना में बहाल हो सकेंगे।
कितनी मिल सकती है तनख्वाह?
अग्निपथ स्कीम के तहत पहले साल युवाओं को 30 हज़ार रूपए प्रति माह मिलेंगे, जिसमें से लगभग 9000 रूपए उनकी मासिक आय से काट ली जाएगी और उसे उनके बचत खाते में जमा किया जाएगा। इसके बाद उतना ही हिस्सा सेना भी उनकी सेविंग में मिलाएगी। प्रत्येक साल सैलरी बढ़ने के साथ-साथ बचत खाते में जमा की जाने वाली रकम भी बढ़ेगी। साथ ही 4 साल बाद जब ये युवा सेना को छोड़ेंगे, तब उन्हें लगभग 11,70,000 सेवा निधि के रूप में दिए जाएंगे।
वहीं, अग्निवीरों का वेतन पैकेज पहले और अंतिम वर्ष कुछ इस प्रकार का होगा
- पहले वर्ष का पैकेज 4.76 लाख रुपए होगा।
- अंतिम वर्ष का पैकेज 6.92 लाख रुपए होगा।
इसके अलावा सेना की तरफ से ऐसे युवाओं एक विशेष सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा, जिसकी वजह से उन्हें विभिन्न पदों पर नौकरी पाने में सहायता मिलेगी। विभिन्न राज्यों ने अग्निवीरों को सेवाओं में प्राथमिकता देने की बात भी कही है।
अग्निवीरों को तीन सेवाओं में जोखिम और कठिनाई भत्ते के साथ ही कस्टमाइज्ड मासिक पैकेज की भी बात की गई है, जिसमें चार साल की सेवा अवधि पूरी होने पर, अग्निवीरों को एकमुश्त ‘सेवा निधि’ पैकेज का भुगतान किया जाएगा और ये राशि आयकर से मुक्त होगी।
अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती होने वाले युवाओं का 48 लाख रुपयों का गैर-अंशदाई जीवन बीमा किया जाएगा। वहीं यदि सेवा के दौरान किसी की मृत्यु हो जाती है, तो 44 लाख रुपये पीड़ित परिवार को दिए जाएँगे। इन 44 लाख रुपयों के अलावा सरकार ऐसे शहीदों के बचे हुए सेवाकाल (अधिकतम 4 साल) के वेतन का भुगतान भी करेगी। साथ ही अन्य अग्निपथ योजना के माध्यम से भर्ती हुए जवानों को मिलने वाली सेवानिधि भी, शहीद के परिवार को दी जाएगी।
अग्निपथ भत्ता और उसके लाभ
अग्निपथ योजना में बेसिक पे के साथ-साथ युवाओं को उसी तरह भत्ते भी दिये जाएंगे यानि इन भत्तों में रिस्क एंड हार्डशिप, राशन, ड्रेस और ट्रैवल एलाउंस प्रमुख भत्ते होंगे। इसके अलावा सेवा निधि में मिलने वाले रूपए को ‘कर मुक्त’ किया गया है, जिससे युवाओं की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा, हालांकि अग्निवीरों को ग्रेच्युटी और पेंशन संबंधी लाभ नहीं प्राप्त होंगे।
मृत्यु की दशा में क्षतिपूर्ति
अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती होने वाले युवाओं का 48 लाख रुपयों का गैर-अंशदाई जीवन बीमा किया जाएगा। वहीं यदि सेवा के दौरान किसी की मृत्यु हो जाती है, तो 44 लाख रुपये पीड़ित परिवार को दिए जाएँगे। इन 44 लाख रुपयों के अलावा सरकार ऐसे शहीदों के बचे हुए सेवाकाल (अधिकतम 4 साल) के वेतन का भुगतान भी करेगी। साथ ही अन्य अग्निपथ योजना के माध्यम से भर्ती हुए जवानों को मिलने वाली सेवानिधि भी, शहीद के परिवार को दी जाएगी।
वहीं यदि कोई जवान सेवा के दौरान दिव्यांग हो जाता है, तो उसे उसकी दिव्यांगता के प्रतिशत के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजे की राशि तालिका में दी गई है-
दिव्यांग होने की दशा में क्षतिपूर्ति
- 100% होने पर 44 लाख रुपए
- 75% होने पर 25 लाख रुपए
- 50% होने पर 15 लाख रुपए