जब तक स्टूडेंट्स 12th में होते हैं तब तक उन्हें और पैरेंट्स को खास उलझन नहीं होती लेकिन जैसे ही वो 12th पास करते हैं, वो भटकने लगते हैं कि आखिर अब कौनसा विषय लिया जाए? वहीं तरह तरह की सलाह उन्हें और ज़्यादा कंफ्यूज कर देती हैं, तो आइए जानते हैं एक ऐसे विषय के बारे में जो आर्ट्स और साइंस दोनों से मिलकर बना है जी हां हम बात कर रहे हैं ह्यूमैनिटी की।
कोर्स के बारे में जानने से पहले आपको ये जानना ज़रूरी है की ह्यूमैनिटीज क्या है? ये किस तरह से एक साथ जुड़े हैं। इससे आपको अपनी पसंद का विषय चुनने में सहायता मिलेगी साथ ही साथ आप जान पाएंगे कि आप किन विषयों का चुन कर सकते हैं साथ ही आर्ट्स पढ़नें वाले छात्रों के लिए ये जानना और भी ज़्यादा ज़रूरी है।
ह्यूमैनिटीज पढ़कर ही आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि ह्यूमन यानी मनुष्यों की बात की जा रही है और स्वाभाविक है, जब हम बात ह्यूमन की कर रहे हैं तो अध्ययन भी उन्हीं का करेंगे, तो ह्यूमैनिटीज एक लोकप्रिय क्षेत्र है, जो मानव समाज और संस्कृति से संबंधित है, ह्यूमैनिटीज की विषय वस्तु अतीत और वर्तमान में मानव जाति के विचार, रचनाएं, विकास और कार्य हैं।
ह्यूमैनिटीज विज्ञान से इस अर्थ में घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई है कि ये दो विषय मनुष्य और उनकी संस्कृति से संबंधित हैं। मानविकी उस विषय को बताती है, जो मानव व्यवहार को उसकी पूरी गहराई और दायरे में समझने, स्वीकार करने और उसका विश्लेषण करने की प्रवृत्ति रखता है।
क्या होती है ह्यूमैनिटीज स्टडीज़?
ह्यूमैनिटीज एक व्यक्ति को उसकी उत्पत्ति, उत्पत्ति, पड़ोसियों, पूर्वजों और स्वयं के बारे में भी समझाती है। यह हमें उस जीवित प्राणी से परिचित कराता है, जिसे हमने कभी नहीं देखा, ऐसी जगहें जहां हम कभी नहीं गए, ऐसी कहानियां जो हमने कभी नहीं सुनीं और जिन विचारों पर हमने कभी आश्चर्य नहीं किया उनपर बात करना इसके अंतर्गत आता है।
मानविकी का तात्पर्य मानव संस्कृति से संबंधित अनुसंधान के क्षेत्र से है, मुख्यतः साहित्य, नृविज्ञान, इतिहास, कला, संगीत और दर्शन।
मानविकी विज्ञान का एक अनुशासन है जो समुदाय के रीति-रिवाजों, विरासत, संस्कृति और मूल्यों से निपटने में मदद करता है और उन कारकों पर सवाल उठाता है जो एक व्यक्ति को इंसान बनाते हैं। इसमें धर्म, प्राचीन भाषाएं, इतिहास, वर्तमान भाषाएं, प्रदर्शन कला, कानून और दर्शन जैसे विषय शामिल हैं।
क्या है ह्यूमैनिटीज़ के अध्ययन में शामिल
- मानविकी को एक विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के रूप में अधिक माना जाता है।
- मानविकी ज़्यादातर समाज की परंपरा, विरासत और संस्कृति का अध्ययन करती है।
- मानविकी के तहत, किसी व्यक्ति को अनुसंधान और सर्वेक्षण करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह खुद में ही एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण होता है।
- मानविकी को एक पुराना दृष्टिकोण माना जाता है, क्योंकि इसे प्राचीन यूनानी सभ्यता युग के दौरान पेश किया गया था।
- मानविकी आधुनिक घटनाओं का विश्लेषण करने के लिए पूछताछ, जांच, मूल्यांकन और संचार जैसी विभिन्न क्षमताओं को शामिल करने में व्यक्तियों की मदद करने के लिए विभिन्न आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, सामाजिक और पर्यावरणीय परिस्थितियों में मानवीय पहलुओं, आचरण और अंतःसंबंध का विश्लेषण करता है।
कौन ले सकता है एडमीशन?
स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन दोनों स्तरों पर मानविकी और सामाजिक विज्ञान में कोर्स कर सकते हैं।
- यूजी( Under Graduation) स्तर: पर उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 50% – 60% अंकों के साथ किसी भी स्ट्रीम में कक्षा 12 th पास होना चाहिए।
- पीजी (Post Graduation) स्तर: उम्मीदवारों को उस विषय में स्नातक उत्तीर्ण होना चाहिए.. जिसमें वे न्यूनतम 50% – 60% कुल अंकों के साथ पीजी (Post Graduation) करना चाहते हैं।
लेकिन इसमें ध्यान दी जाने वाली बात ये है कि ऊपर जो भी स्टेंडर्ड एडमीशन के लिए दिए गए हैं, वो विश्वविद्यालय या कॉलेज के नियमों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं, जिसमें एक उम्मीदवार प्रवेश के लिए आवेदन कर रहा है।
क्या हों स्किल्स?
सिर्फ कोर्स के लिए डिग्री ही ज़रूरी नहीं ये एक ऐसा विषय है, जिसमें स्किल्स का महत्व है, क्योंकि ये किताबों से ज़्यादा आपके अनुभव और क्षमता का विषय है।
- संचार कौशल (Communication skills)
- कौशल प्रस्तुति (Presentation skills)
- अनुसंधान कौशल (Research skills)
- विश्लेषणात्मक कौशल (Analytical skills)
- समस्या समाधान करने की कुशलताएं।
- रचनात्मकता।
- एक टीम में काम करने की क्षमता
- स्वतन्त्र रूप से काम करने की योग्यत
- योग्यता कौशल (Competency skill)
- संगठन कौशल (Organisation skills)
- पारस्परिक कौशल (Interpersonal)
- नेतृत्व कौशल (Leadership)
- निर्णय लेने का कौशल (Decision-making)
इससे संबंधित कोर्स
जैसा कि ऊपर कहा गया है, ऐसे कई प्रकार के पाठ्यक्रम हैं, जो उम्मीदवार इसमें में कर सकते हैं। ह्यूमैनिटीज में पढ़ाए जाने वाले विषय उस पाठ्यक्रम पर निर्भर करते हैं, जो एक उम्मीदवार कर रहा है। हालांकि बीए अंग्रेज़ी, बीए, राजनीति विज्ञान, एमए अंग्रेज़ी, और एमए राजनीति विज्ञान सहित कुछ लोकप्रिय ह्यूमैनिटीज पाठ्यक्रमों के लिए होते हैं।
बैचलर ऑफ आर्ट्स में कई तरह की फील्ड होतीं हैं, जिन्हें आप अपने इन्टरेस्ट के अनुसार चुन सकते हैं।
जैसे
- भारतीय शास्त्रीय साहित्य
- यूरोपीय शास्त्रीय साहित्य
- अंग्रेजी में भारतीय लेखन
- ब्रिटिश कविता और नाटक: 14वीं से 17वीं शताब्दी
- अमेरिकी साहित्य
- ब्रिटिश साहित्य: 18वीं शताब्दी
- ब्रिटिश रोमांटिक साहित्य
- ब्रिटिश साहित्य: 19वीं सदी
- महिला लेखन
- ब्रिटिश लिटरेचर: द अर्ली 20वीं सेंचुरी
- आधुनिक यूरोपीय नाटक
- उत्तर औपनिवेशिक साहित्य
- अंग्रेजी अनुवाद में आधुनिक भारतीय लेखन
- भारतीय डायस्पोरा का साहित्य
- ब्रिटिश साहित्य: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद
- उन्नीसवीं सदी का यूरोपीय यथार्थवाद
- साहित्यिक सिद्धांत
- साहित्यिक आलोचना
- विज्ञान कथा और जासूसी साहित्य
- साहित्य और सिनेमा
- विश्व साहित्य
- विभाजन साहित्य
- अनुसंधान क्रियाविधि
- यात्रा लेखन
- आत्मकथा
- कादमिक लेखन और संरचना
- मीडिया और संचार कौशल
- पाठ और प्रदर्शन
- भाषा और भाषाविज्ञान
- समकालीन भारत: महिला और अधिकारितालिंग और मानवाधिकार
- भाषा, साहित्य और संस्कृत
- फिल्म अध्ययन
- अंग्रेजी भाषा शिक्षण
- सॉफ्ट स्किल्स
- अनुवाद अध्ययन
- रचनात्मक लेखन
- व्यापार संचार
इसी तरह पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स हैं
- अठारहवीं सदी का अंग्रेजी साहित्य
- साहित्यिक आलोचना
- सत्रहवीं और अठारहवीं शताब्दी का नाटक
- भारतीय साहित्य
- प्राचीन यूनानी और लैटिन साहित्य
- शेक्सपियर
- रोमांटिक कविता
- साहित्य और लिंग
- यूरोपीय कॉमेडी
- उन्नीसवीं सदी का उपन्यास
- बीसवीं सदी की कविता और नाटक
- भाषा और भाषाविज्ञान
- अमेरिकी साहित्य
- यूरोप में साहित्य और दृश्य कला
- अंग्रेजी में नया साहित्य
- बीसवीं सदी का उपन्यास
- भारत में उपन्यास
क्या हैं ह्यूमैनिटीज में करियर अपोर्चनयूटी?
ह्यूमैनिटीज का क्षेत्र स्टूडेंट्स के लिए करियर विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है, जहां सिविल सेवा, शिक्षण और पत्रकारिता जैसे व्यवसायों में मानविकी स्नातकों का वर्चस्व है।
- पुरातत्वविद्(Archaeologist): एक पुरातत्वविद् एक पेशेवर है जो मनुष्य की उत्पत्ति, विकास और व्यवहार का अध्ययन करता है। पेशेवर प्रागैतिहासिक उपकरणों से लेकर छोटे जीवों तक की कलाकृतियों की जांच करता है।
- शिक्षक / प्रोफेसर: शिक्षा के क्षेत्र में रुचि रखने वाले उम्मीदवार आवश्यक योग्यता प्राप्त करने के बाद स्कूल में शिक्षक या कॉलेज / विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बनना चुन सकते हैं।
- सांस्कृतिक मानवविज्ञानी Cultural Anthropologist: एक सामाजिक-सांस्कृतिक मानवविज्ञानी के रूप में भी जाना जाता है, एक सांस्कृतिक मानवविज्ञानी कला, परंपराओं, रीति-रिवाजों और समाजों की भाषाओं का अध्ययन करता है, ताकि यह पता चल सके कि समय के साथ मानवता कैसे विकसित हुई है।
- संपादक (Editor): एक संपादक एक प्रकाशन की समग्र शैली और सामग्री के लिए ज़िम्मेदार एक पेशेवर है। एक संपादक की नौकरी की भूमिका ज़्यादातर प्रबंधकीय होती है, जिसमें वह कहानी के विचारों की समीक्षा करता है, यह निर्धारित करता है कि कौन सी सामग्री पाठकों को खुश करने की सबसे अधिक संभावना है और सामग्री को बेहतर बनाने के लिए सुझाव प्रदान करता है।
- भूविज्ञानी (Geologist): भूगर्भशास्त्री भूगर्भीय प्रक्रियाओं जैसे भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, और ज्वालामुखी विस्फोट का अध्ययन करने के लिए भूमि का सर्वेक्षण करने और सुरक्षित भवन योजना तैयार करने के लिए जिम्मेदार होता है। एक भूवैज्ञानिक भी खनिज, तेल, गैस या भूमिगत जल की खोज के लिए भौतिकी और गणित के साथ अपने भूवैज्ञानिक ज्ञान का उपयोग करता है।
- इतिहासकार (Historian): एक इतिहासकार अतीत का शोध, विश्लेषण और व्याख्या करता है, जैसा कि विभिन्न स्रोतों जैसे समाचार पत्रों, सरकारी रिकॉर्ड, तस्वीरों, फिल्मों, साक्षात्कारों, पत्रों, अप्रकाशित पांडुलिपियों आदि में दर्ज किया गया है।
- भाषाई मानवविज्ञानी (Linguistic Anthropologist): एक भाषाई मानवविज्ञानी विभिन्न भाषाओं की प्रकृति का अध्ययन करता है और लोग अपने दैनिक जीवन में उनका उपयोग कैसे करते हैं। मानवविज्ञानी भाषाओं के इतिहास का अध्ययन करता है, जिस तरह से समय के साथ भाषाएं बदलती हैं, और भाषाएं मानव व्यवहार को कैसे आकार देती हैं।
- संग्रहालय क्यूरेटर( Museum Curator): एक क्यूरेटर एक पेशेवर है जो संग्रहालयों और दीर्घाओं में सांस्कृतिक के साथ-साथ कला संग्रह को इकट्ठा, कैटलॉग, प्रबंधन और प्रस्तुत करता है।
कैसे लें एडमीशन?
दिल्ली यूनिवर्सिटी- दिल्ली यूनिवर्सिटी भारत की टॉप यूनिवर्सिटी में से एक है, जहां आप ह्यूमैनिटीज के UG और PG कोर्स में एडमीशन ले सकते हैं। डीयू विश्वविद्यालय विभिन्न शैक्षणिक और कार्यकारी परिषदों द्वारा अनुमोदित 500 से अधिक कार्यक्रमों की पेशकश करता है, जिनमें से 209 कार्यक्रमों को नैक मान्यता के लिए माना गया है। डीयू प्रवेश 2022 प्रवेश-आधारित और योग्यता-आधारित यूजी और पीजी कार्यक्रमों के लिए अलग है।
मद्रास यूनिवर्सिटी- मद्रास विश्वविद्यालय चेन्नई विभिन्न विशेषज्ञताओं में स्नातक, स्नातकोत्तर, पीजी डिप्लोमा और डॉक्टरेट कार्यक्रम प्रदान करता है। यह स्नातकोत्तर शिक्षण और अनुसंधान के 87 शैक्षणिक विभागों के तहत 230 से अधिक पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
JNU दिल्ली – डीयू विश्वविद्यालय विभिन्न शैक्षणिक और कार्यकारी परिषदों द्वारा अनुमोदित 500 से अधिक कार्यक्रमों की पेशकश करता है, जिनमें से 209 कार्यक्रमों को नैक मान्यता के लिए माना गया है। डीयू प्रवेश 2022 प्रवेश-आधारित और योग्यता-आधारित यूजी और पीजी कार्यक्रमों के लिए अलग है। इस वर्ष, सभी योग्यता-आधारित यूजी और पीजी कार्यक्रमों में प्रवेश सीयूईटी 2022 में प्राप्त अंकों के आधार पर होगा।
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी- जामिया मिलिया इस्लामिया नियमित और स्व-वित्तपोषित मोड में कुल 223 पाठ्यक्रम प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय यूजी, पीजी और डिप्लोमा स्तर पर दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रम भी प्रदान करता है। जामिया ने भारतीय वायु सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय सेना और भारतीय तटरक्षक बल के साथ समझौता ज्ञापन में प्रवेश किया है जो रक्षा कर्मियों को एक बैठक में सीडीओएल में दी जाने वाले डिस्टेंस मोड के माध्यम से डिग्री और डिप्लोमा करने की अनुमति देता है।
बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी BHU– बनारस हिंदू विश्वविद्यालय यूजी, पीजी और पीएचडी स्तरों पर 16 धाराओं में 352 पाठ्यक्रम प्रदान करता है। बीएससी बीएचयू का प्रमुख कार्यक्रम है और यह तीन साल का कार्यक्रम है। एमटेक, एमबीए, एमएससी और एमडी जैसे पीजी कार्यक्रमों की अवधि दो-दो वर्ष है। बनारस विश्वविद्यालय मास्टर्स ऑफ पर्सनेल मैनेजमेंट एंड इंडस्ट्रियल रिलेशन (MPMIR), एमए इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (MPA), और डिप्लोमा इन जेंडर एंड वूमेन स्टडीज जैसे विशेष पाठ्यक्रम भी प्रदान करता है।
इंद्रागांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी– इग्नू, दिल्ली में एक कैंपस प्लेसमेंट सेल (सीपीसी) है जो छात्रों और भर्ती करने वालों के बीच एक कड़ी के रूप में समर्पित रूप से काम करता है। यह अपने मुख्यालयों, क्षेत्रीय केंद्रों, अध्ययन केंद्रों और कंपनी परिसरों में पूरे वर्ष विभिन्न कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव, जॉब फेयर और कौशल वृद्धि गतिविधियों का आयोजन करता है।