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“पंचायत के ‘भूषण भाई’ विलेन नहीं, असली हीरो हैं”

पंचायत 2 रिव्यू

अभी हाल में ही रिलीज़ हुई बहु चर्चित वेब सीरीज” पंचायत 2″ जो कि लोगों के बीच बहुत पसंद की जा रही है। पंचायत का पहला सीज़न जो दो साल पहले आया था, उसे भी लोगों ने खूब पसंद किया था।

नायक नहीं खलनायक पर बात

पहले सीज़न के बाद से ही लोग इसके दूसरे सीज़न का इंतजार कर रहे थे। अब लोगों का इंतज़ार खत्म हुआ है और पंचायत का दूसरा सीज़न रिलीज हो चुका है। इस सीरीज को देखने के बाद लोग अपने-अपने अंदाज में इसके हर किरदार की समीक्षा कर रहे हैं ।

मैं अपने इस लेख के माध्यम से पंचायत सीजन 2 में खलनायक का किरदार निभाने वाले ‘भूषण भाई‘ जो हमारे समाज और देश के लिए कितना महत्वपूर्ण है इस पर चर्चा करना चाहूंगा।

भूषण भाई का किरदार पंचायत वेब सीरीज में खलनायक की भूमिका में है, किंतु जब हम वेब सीरीज देखते हैं, तो हमें लगता है कि भूषण भाई जैसा किरदार देश के हर समाज में होना चाहिए ।

क्यों ज़रूरत है हमें भूषण भाई की?

पंचायत 2 के एक दृश्य में भूषण।

जब भूषण भाई जैसा किरदार देश के हर समाज का हिस्सा होगा, तभी समाज के अंतिम पायदान पर बैठे हुए व्यक्ति अपने अधिकार एवं कर्तव्य के प्रति जागरूक हो सकेगा।

गाँव के लोगों को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ सुचारू ढंग से मिल पाएगा। सरकारी अधिकारी सरकारी योजनाओं की क्रियान्वयन की समीक्षा करने गाँव का दौरा करेंगे। हर समाज में भूषण भाई जैसे व्यक्ति की सख्त ज़रूरत है, जिससे विकासशील भारत की असल हकीकत सामने आएगी।

अगर समाज में भूषण भाई होंगे तो हर ज़रूरतमंद को सरकारी योजनाओं और उससे जुड़े पदाधिकारी के बारे में पता होगा और सरकारी योजनाओं का फायदा उठा पाएगा।

भूषण भाई होंगे तो ग्राम पंचायत सचिव, मुखिया, ग्राम पंचायत जैसे शासकीय निकाय अपने काम के प्रति सजग रहेंगे। भूषण भाई होंगे तो नीचे के पदाधिकारी अगर उसकी समस्याओं को लंबित रखेंगे तो ऊपर की कुर्सी तक आवाज़ जा पाएगी।

ग्राम प्रधान को डर भी होगा

पंचायत 2 का एक दृश्य।

प्रधानमंत्री आवास और शौचालय योजना के तहत सभी को आवास और शौचालय प्राप्त होगा। ग्राम प्रधान को अगला चुनाव हारने का डर रहेगा। इस वजह से भूषण की बात सुनकर हर कोई काम के प्रति सजग रहेगा। गाँव की कमी चाहे वो सड़क हो, पानी हो, शिक्षा हो या जनता की आम समस्या हो, इसके लिए भरसक प्रयास करेगा। भूषण भाई जैसे लोग होंगे तभी पदाधिकारी के सरकारी दौरे में लोगों की समस्याओं की असलियत उनके सामने आ पाएगी।

भूषण भाई जैसे इंसान देश के मजबूत स्तंभ है। भूषण भाई जैसे इंसान हर काम में दोष-गुण ढूंढते हैं।

ताकि उस कार्य का सही से निष्पादन हो सके। वो हर काम में दोष दूंढेंगे ताकि काम करवा रहे लोग ईमानदारी से और अच्छे से करें। ऐसे इंसान अगर समाज में न रहे तो अधिकारी और नेताओं से भय नाम का शब्द ही मिट जाएगा।

क्या पंचायत का भूषण आपको ‘विलन’ लगा?

पंचायत 2 का एक दृश्य।

प्रधान सचिव को लौकी के छिलके तले दबाता जायेगा, भूषण भाई का पंचायत वेब सीरीज में दिखाया गया किरदार नकारात्मक नही है, बल्कि समाज का एक अहम हिस्सा है, जिसे वो बखूबी निभाता है। हां, लोगो में उसे बनराकस नाम से प्रसिद्ध कर दिया गया पर समाज का सुचारू रूप से संचालन के लिए भूषण भाई जैसे इंसान की ज़रूरत है।

इस वेब सीरीज में भूषण भाई का एक डायलॉग है, जिसमें वो पंचायत के सचिव से बात करते हुए कहते हैं कि यही तो दिक्कत है सब कुछ धीरे- धीरे हो रहा है। यह इस वेब सीरीज के लिए एक डायलॉग हो सकता है, किंतु यह हमारे देश की सबसे बड़ी सच्चाई है, जिसे इस वेब सीरीज में भूषण भाई ने अपने इस डायलॉग के माध्यम से व्यक्त किया है।

ग्रामीण समस्याओं का बखूबी चित्रण भी

इस वेब सीरीज के माध्यम से गाँव की सभ्यता, संस्कृति एवं भाषा को बहुत ही सरलता से दिखाने का प्रयास किया गया है। साथ ही गाँव की जो समस्या है, जिसे बड़े स्तर पर मीडिया द्वारा नहीं दिखाया जाता है, वह भी अप्रत्यक्ष रूप से सामने आई है। जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है।

भूषण भाई ,इस प्रसिद्ध वेब सीरीज जिसमें भारत के गाँव के जनजीवन को दिखाया गया है, इसमें वो खलनायक के रूप में भी अपने किरदार के माध्यम से पूरे देश को बहुत ही बड़ा संदेश देते हुए नज़र आ रहे है।

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