एलन मस्क (Elon Musk) ने आखिरकार ट्विटर को खरीद ही लिया। ये डील 44 अरब डॉलर यानि करीब 3.37 लाख करोड़ रुपए (at what price elon musk buys twitter) में हुई है। अब मस्क ट्विटर में कुछ बड़े बदलाव कर सकते हैं, जिसके बारे में वह अक्सर संकेत देते रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने अपनी बात पर पोल करवाकर लोगों से उनका वोट भी हासिल कर लिया है।
आ सकता है एक एडिट बटन
स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने इसी महीने 5 तारीख को ट्विटर पर एक पोल कराया था, जिसमें उन्होंने लोगों से पूछा था कि क्या उन्हें एक एडिट बटन की ज़रूरत है? करीब 44 लाख लोगों ने इस पोल पर अपना वोट दिया था। 73.6 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया, जबकि 26.4 फीसदी लोग ट्विटर पर एडिट बटन नहीं चाहते।
Do you want an edit button?
— Elon Musk (@elonmusk) April 5, 2022
ट्विटर का एल्गोरिथम हो सकता है ओपन सोर्स
24 मार्च को मस्क ने एक ट्विटर पर एक पोल किया था, जिसमें पूछा था कि क्या ट्विटर का एल्गोरिद्म ओपन सोर्स होना चाहिए? उनके इस सवाल के जवाब में करीब 11 लाख वोट पड़े। इनमें से लगभग 82.7 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया, जबकि 17.3 फीसदी लोग ऐसा नहीं चाहते हैं।
एलन मस्क ने टेड टॉक में भी यह बात कही कि उन्हों लगता है ट्विटर का कोड ओपन होना चाहिए और इसे गिटहब पर डाल देना चाहिए। इससे लोग उसे देख सकेंगे और गलतियां ढूंढकर उसे सही करने का तरीका सुझा सकेंगे। एल्गोरिद्म ओपन सोर्स करने के पीछे उनका ये भी तर्क था कि ट्विटर यूजर्स को यह पता लगाने की इजाजत होनी चाहिए कि उनका पोस्ट डिमोट किया गया है या फिर प्रमोट, ताकि कुछ भी छुपा हुआ ना रहे।
Twitter algorithm should be open source
— Elon Musk (@elonmusk) March 24, 2022
क्रिप्टो करेंसी स्कैम से निपटने की तैयारी
एलन मस्क के खाते जैसा अकाउंट बनाकर स्कैमर्स ने उनके नाम पर क्रिप्टोकरंसी ले ली। इससे पहले 2020 में एक बार यह भी रिपोर्ट आई थी कि एलन मस्क का अकाउंट हैक हो गया है। जनवरी में एलन मस्क ने शिकायत की कि ट्विटर एनटी दिखाने वाले प्रोफाइल फोटो पर अपने इंजीनियरिंग रिसोर्स को खर्च कर रहा है, जबकि क्रिप्टो स्कैमर्स धोखाधड़ी में लगे हैं।
ट्विटर बन सकता है पब्लिक टाउन स्कोयेर
एलन मस्क ने ट्विटर से इस बात को लेकर भी नाराज़गी जताई थी कि उसने तय किया है कौन सा कंटेंट ट्विटर पर जाना चाहिए और कौन सा नहीं। इस पर उन्होंने एक पोल भी किया था, जिसमें लोगों से पूछा था कि उन्हें क्या लगता है लोकतंत्र के लिए अभव्यक्ति की आज़ादी ज़रूरी है या नहीं।
उन्होंने पूछा था कि क्या ट्विटर को भी इस सिद्धांत का पालन नहीं करना चाहिए? उनके इस पोल पर करीब 20 लाख लोगों ने वोट किया था। इनमें से 29.6 फीसदी लोगों ने हां कहा था, जबकि 70.4 फीसदी लोग ऐसा नहीं चाहते थे।
अभिव्यक्ति की आज़ादी को लेकर उन्होंने हाल ही में एक और ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है- ‘मुझे उम्मीद है कि मेरे सबसे बुरे आलोचक भी ट्विटर पर बने रहेंगे, क्योंकि फ्री स्पीच का यही मतलब है।’