ओमिक्रॉन के विनाशकारी प्रभाव से बचने के लिए पब्लिक ट्रांसर्पोटों पर सख्त व्यवस्था की तैयारियां फिर से शुरु हो गई हैं, हवाई यात्रा और रेल्वे यात्रा के लिए महत्वपूर्ण गाइडलाइन्स सरकार द्वारा ज़ारी किए जा चुके हैं।
कोरोना की दो विनाशकारी लहरों के बाद तीसरी लहर की संभावना ने एक नए वेरियंट का रूप ले लिया है। डेल्टा के बाद इस नए वेरियंट को WHO के द्वारा ‘ओमिक्रॉन’ नाम दिया गया है।
साउथ अफ्रीका में इस वेरियंट से संक्रमित सबसे पहले केस की पुष्टि के बाद से ही दुनिया भर में फिर से लॉकडाउन और सार्वजनिक स्थानों पर सख्ती बरतने का सिलसिला शुरु हो गया है।
बीते दिनों हमारे देश भारत में भी ओमिक्रॉन के केस सामने आए हैं, जिसकी जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दी थी।
हवाई यात्रा गाइडलाइन्स
- हाई रिस्क वाले देशों से आने वाले यात्रियों को अपने कोविड आरटी-पीसीआर परीक्षण के परिणाम आने तक हवाई अड्डों पर ही प्रतीक्षा करनी होगी। निगेटिव पाए जाने पर सात दिन के होम क्वारंटाइन से गुज़रना होगा और फिर 8 वें दिन परीक्षण करवाना होगा। पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों को आईसोलेट कर उनका इलाज किया जाएगा।
- हाई रिस्क वाले देशों के अलावा अन्य देशों से आने वाले यात्रियों को हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति होगी लेकिन उनमें से पांच प्रतिशत यात्रियों का सैंपल लिया जाएगा। अन्य देशों से आने के 14 दिन बाद तक यात्रियों को अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करनी होगी।
- एयरलाइंस केवल उन यात्रियों को बोर्डिंग की अनुमति देगी, जिन्होंने एयर सुविधा पोर्टल पर स्व-घोषणा पत्र भर दिया है और नकारात्मक आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट अपलोड की है।
- डोमेस्टिक हवाई यात्रा के लिए कोविड नेगेटिव रिर्पोट पहले के ही समान ज़रूरी होगी।
रेल्वे यात्रा गाइडलाइन्स
- रेल्वे ने यात्रियों के साथ ही अपने कर्मचारियों के लिए नई गाइडलाइन ज़ारी की है, जिसमें सभी कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन के दोनों टीके लगवाना अनिवार्य कर दिया गया है।
- रेल्वे द्वारा कोरोना काल में ज़ारी गाइडलाइंस के रिव्यू और इसे सख्ती से बरतने के निर्देश दिए गए हैं। यात्री को टिकट बुक करवाते समय अपने गंतव्य स्थल का भी पता देना होता है, इस नियम को भी अगले आदेशों तक लागू रखा जाएगा।
- यात्रियों को मास्क और शारीरिक दूरी जैसे नियमों की पालना करना ज़रूरी होगा।