Site icon Youth Ki Awaaz

पीरियड्स में मेंस्ट्रुअल कप के इस्तेमाल से आसान हुए दिन

इस साल एक सबसे अच्छा फैसला जो मैंने लिया वो था पीरियड्स में मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल शुरू करना। कई ऑफलाइन और ऑनलाइन दोस्तों से इसके बारे में काफी अच्छे रिव्यु सुने थे। सुना था कि मेंस्ट्रुअल कप को इस्तेमाल करना काफी आरामदायक होता है ।  
मैं कई सालों से पीरियड्स में पैड का इस्तेमाल करते – करते पक चुकी थी। चलते-उठते-सोते हुए दिक्कत होना, पैड में ब्लड की स्मेल, बाहरी गंदगी, बार – बार पैड कूड़ेदान में फेंकना, दाग लगने का डर होना, रैशेस और गीलापन आदि वजह से मैं पैड के इस्तेमाल और पीरियड्स होने से नफरत करने लगी थी। सोचती थी काश किसी तरह से खुद से ही पीरियड्स होना बंद हो जाये। कुछ नया एक्सपेरिमेंट करने को मैं व्याकुल थी जिस से इस पीरियड्स नाम की मुसीबत को आसान बना सकूं।  
धीरे – धीरे मेंस्ट्रुअल कप के बारे में मैंने अपनी जानकारी बढ़ाई। दोस्तों से बातचीत की और कुछ इंटरनेट पर खोजबीन की।
कप के बारे सुनते ही सबसे बड़ा डर ये आता है कि ये कुछ ऐसा प्रोडक्ट है जिसे शरीर में अंदर इन्सर्ट करना होता है। ये जानकर मुझे थोड़ी घबराहट हुई कि इसको ट्राई कर भी पाऊँगी या नहीं। और ये चीज़ शायद लगभग सबके मन में डर पैदा करती होगी। खासतौर पर भारतीय महिलाओं में ये डर पैदा होना कोई बड़ी बात नहीं क्यूँकि हम महिलायें अपने शरीर को जानती और समझती नहीं या यूँ कहें कि कोई बतलाता ही नहीं।  

लेकिन पैड से छुटकारा पाने की मेरे मन की व्याकुलता ने मुझे कप आर्डर करने को मना ही लिया। मैंने स्मॉल साइज़ कप आर्डर कर दिया। यहाँ ध्यान देने वाली चीज़ है कि मेंस्ट्रुअल कप अलग – अलग साइज़ में उपलब्ध हैं।  स्मॉल, मीडियम, लार्ज, एक्स्ट्रा लार्ज – इस तरह। आप आर्डर करने से पहले मेंस्ट्रुअल कप की कंपनी के साइज़ की जानकारी पढ़ सकते  हैं और अपने हिसाब से साइज़ चुन सकते  हैं। जिन लड़कियों ने अभी तक बच्चे को जन्म नहीं दिया है वो स्मॉल या मीडियम चुन सकती हैं।        

अब एक चुनौती थी कप को इस्तेमाल करने का अभ्यास करना। कुछ यू ट्यूब वीडियो देख कर मैंने समझा कि कप को किस तरह यौनि में फिट करना है। किस तरह कप को फोल्ड करना है और किस दिशा में ले जाना है। लगभग 6 – 7 बार नाकामयाब होने बाद मैंने कप को फिट कर लिया। एक बार फिट हो जाने के बाद मुझे कोई परेशानी या असहजता नहीं हुई। 4 – 5 घंटो बाद मैंने कप निकाला और कप में इकट्ठे हुए पदार्थ को फ्लश में डाला। कप को साफ पानी से धो लिया और दोबारा उसे फिट कर लिया। कप को इस्तेमाल करने का मेरा डर निकल गया था। धीरे  – धीरे मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल मेरे लिए एक दम आसान होता चला गया। पीरियड्स के अंत में मेंस्ट्रुअल कप को गरम पानी में कुछ देर डुबो कर रखना होता है जिस से वो पूरी तरह साफ हो जाता है और अगली बार आप उसी कप का इस्तेमाल कर सकते हो।             

पिछले 7 – 8 महिनों से कप का इस्तेमाल कर रही हूँ। कप ने पीरियड्स के दिनों और आम दिनों के अंतर को ख़त्म सा कर दिया है। कप लगाकर पीरियड्स में चलना – फिरना – उठना – बैठना कहीं ज्यादा आसान हो गया है। कभी – कभी याद ही नहीं रहता कि ये पीरियड्स वाले दिन हैं।  

इस बात की और भी ज्यादा ख़ुशी है कि मेंस्ट्रुअल कप पर्यावरण के लिए अच्छा होता है क्यूंकि इसको री यूज़ किया जा सकता है। एक ही मेंस्ट्रुअल कप सालों इस्तेमाल कर सकते है इसलिए ये एक सस्ता प्रोडक्ट भी है। कप से रैशेस या गीलापन जैसी कोई संभावना भी नहीं । पैड और मेंस्ट्रुअल कप की तुलना करें तो कप कहीं ज्यादा आरामदायक और किफायती चीज़ है। ज़रूरत है कि हम मेंस्ट्रुअल कप को और भी महिलाओं तक पहुचायें और उनको इसके बारे में जानकारी दें।        
Exit mobile version