प्रधानमंत्री जी! क्या यह सही है? जब पूरा देश कोरोना महामारी के कारण मुश्किल दौर से गुज़र रहा है और आपकी पार्टी के फारबिसगंज के बीजेपी विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी अपने बेटे की शादी में हज़ारों लोगों की भीड़ जुटा रहे हैं और नोटों के बंडल उड़ा रहे हैं।
बीजेपी विधायक ने कोरोना गाइडलाइंस की ऐसी की तैसी, हज़ारों की भीड़ जुटाकर और कानून को अपने जेब में रख कर उड़ाई धज्जियां
जब पूरा देश कोरोना जैसी गंभीर महामारी से जूझ रहा है, वहीं सत्ताधारी पार्टी के विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी ने अपने बेटे की शादी में हज़ारों लोगों की भीड़ जमा कर कोरोना काल में शाही अंदाज में शादी कर कोरोना गाइडलाइंस एवं कानूनों को अपनी ज़ेब में रखकर जनता को ठेंगा दिखाया। नाइट कर्फ्यू के बावजूद देर रात तक चले इस जश्न के दौर में बिना कोरोना जांच के बाहर से कलाकारों को बुलाकर कोरोना गाइडलाइन्स एवं इससे जुड़े हुए कानूनों के अस्तित्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या कोरोना गाइडलाइन्स एवं नियम कानून केवल आम आदमी के लिए हैं?
बिहार सरकार की ओर से कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए शादी-विवाह समेत अन्य आयोजनों के लिए गाइडलाइन जारी किया गया है,. लेकिन सरकार के अंग ही इन गाइडलाइंस एवं नियम- कानूनों की धज्जियां उड़ाने में लगे हुए हैं।
नाइट कर्फ्यू के बावजूद देर रात तक चले जश्न ने प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खोल दी है
एक तरफ देश कठिन दौर से गुज़र रहा है और लोगों को खाने के लाले पड़ रहे हैं, अस्पतालों में काफी समस्या है ठीक वहीं ऐसे समाज के भक्षक शादी में नोटों की गड्डियां उड़ा रहे हैं।
केवल 100 लोगों को शामिल होने की है इजाजत
कोरोना काल में बीजेपी विधायक के बेटे की शाही अंदाज में हुई शादी में कोरोना गाइडलाइंस एवं नियमों को ठेंगा दिखा कर हज़ारों लोग शामिल हुए। नाइट कर्फ्यू के बावजूद देर रात तक चले इस जश्न के दौर का जिले के एमपी, एमएलए सहित कई बीजेपी नेता और जिले के लोग इस जलालहियत के गवाह बने। सभी शायद यह भूल चुके थे कि राज्य भर में नाइट कर्फ्यू लागू है और शादी में केवल 100 लोगों के ही शामिल होने की इजाजत है।
शादी के एक दिन पूर्व पूरी रात डांस पार्टी का आयोजन किया गया, जिसमें दूल्हा-दुल्हन समेत सैकड़ों लोगों ने डीजे की धुन पर जमकर डांस किया। शादी में साज-सज्जा, कैटरिंग और अन्य सेवाओं के लिए बाहर से कलाकार बुलाए गए थे, जिनकी कोरोना जांच भी हुई थी या नहीं, यह फिलहाल सवालों के घेरे में है।
सोशल मीडिया पर विधायक के बेटे की शादी में नोटों का बंडल उड़ाने का वीडियो एक पत्रकार ने शेयर किया है और लिखा है बहुत खूब जब सैयां भये कोतवाल तो अब डर काहे का। बिहार में अररिया के फारबिसगंज से बीजेपी विधायक के बेटे की शादी में कोविड के नियमों की धज्जियां उड़ी और दूल्हा-दुल्हन के डांस पर खूब बरसे नोट। ठीक वहीं नीतीश सरकार रोज़ कोरोना गाइडलाइन्स के नाम पर आम आदमी पर ही कार्रवाई कर रही है। इस शादी समारोह में अधिकांश लोगों ने तो मास्क लगाया था और ना ही कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहा था।
एक बात और जब आम आदमी अगर नियम तोड़ता है, तो उन पर कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया जाता है। उन्हें पीटा जाता है और एक आज की ही घटना है जब फिल्म अभिनेता जिमी शेरगिल ने नियम तोड़ा, तो उन्हें गिरफ्तार किया गया ठीक वहीं सरकार के कोई भी विधायक-मंत्री इन नियमों को तोड़ें या अपने जेब में रखकर इनकी धज्जियां उड़ाएं, तो इन पर कार्रवाई क्यों नहीं होती है?
समाज के लोगों से भी निवेदन है कि भीड़ का हिस्सा ना बनें और कोरोना को हल्के में ना लें, मास्क पहनें, सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें और अपने घरों में सुरक्षित रहें।