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राजनीति सत्ता पाने का माध्यम नहीं, वरन यह लोगों की सेवा करने का अवसर है

राजनीति सत्ता पाने का माध्यम नहीं है, यह लोगों की सेवा करने का अवसर है

उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों के लिए अब तक अधिकारिक ऐलान तो नहीं हुआ है, लेकिन अप्रैल में चार तरह के पदों का चुनाव सम्पन्न होने जा रहे हैं। इनके लिए 15 मार्च के बाद कभी भी अधिसूचना जारी होने की संभावना है।

अप्रैल माह में संभावित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य और ब्लॉक प्रमुख पदों पर आरक्षण की सूची सरकार ने जारी कर दी है। जिसके बाद भावी उम्मीदवारों ने अपना प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है और सभी राजनीतिक दल भी सक्रिय हो गए हैं। आइए जानते हैं कि पंचायत चुनावो का क्या महत्व है और उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने का क्या उद्देश्य है ?

गांवो में बसती है, देश की आत्मा

हमारे देश की लगभग 69 % आबादी गाँवो में बसती है। ये गांव ही भारत की आत्मा हैं और पंचायतों के निर्माण का सीधा सा उद्देश्य आम आदमी की सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित करना है, ताकि वह अपने हितों व आवश्यकताओं के अनुरूप शासन-संचालन में अपना योगदान दे  सकें।

महात्मा गांधी जी का सीधा-सा तर्क था कि जब तक गांवों का विकास नहीं होगा, तब तक सशक्त एवं समृद्ध भारत की कल्पना नहीं की जा सकती है। संविधान निर्माण के वक्त ही गांधीजी के ग्राम स्वराज पर चर्चा हुई और संविधान के अनुच्छेद 40 में संशोधन करके पंचायत को जोड़ा गया। इसलिए राष्ट्र निर्माण और ग्रामीण विकास के लिए अच्छी पंचायतों का लोकतान्त्रिक निर्माण ज़रूरी है।

लोगो की सेवा करना, राजनीति का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए 

देश के सभी राज्यों में आज भी ऐसे-ऐसे गाँव हैं, जिनका विकास से नाता कोसो दूर हैं और यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। ऐसे में राजनीति का मूल उद्देश्य जनता के सामाजिक-आर्थिक कल्याण को ज़्यादा बढ़ावा देना है और यह मानव सेवा करने का बहुत बड़ा अवसर भी है।

राजनीति द्वारा समाज को जागरूक और संवेदनशील बनाया जा सकता है और लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करके सशक्त बनाने की दिशा में प्रेरित किया जा सकता है। यह राजनेता की जिम्मेदारी होती है कि वह उपेक्षितों और शोषितों का सबसे पहले कल्याण करने मे समर्थ हो और इसीलिए राजनीति का मुख्य उद्देश्य लोगों की सेवा करने का ध्येय रखा जाना चाहिए।

क्षेत्र के विकास के लिए, सही उम्मीदवार का चयन ज़रूरी 

सभी मतदाताओं को जाति, बिरादरी और धर्म से उठकर ऐसे उम्मीदवार को वोट करना चाहिए, जो लोकहित में कार्य करे और विकास की धारा से लोगो को जोड़े, ताकि गाँव के साथ-साथ देश का भी विकास हो।

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