वर्तमान समय में सिविल इंजीनियरिंग के फील्ड में सफल करियर की भरपूर सम्भावनाएं हैं। जो स्टूडेंट इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, उनके लिए एसजीटी यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में बी टेक करना बहुत ही लाभदायक सिद्ध हो सकता है। एसजीटी यूनिवर्सिटी का इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संकाय अत्याधुनिक तकनीक व संसाधनों से सुसज्जित है। जहां विश्व स्तरीय शिक्षक अपनी सेवाएं देते हैं।
वर्ल्ड क्लास सिविल इंजीनियर्स बनाने को प्रतिबद्ध
एसजीटी विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग की स्थापना वर्ष 2010 में इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संकाय के अंर्तगत हुई। यह विभाग तकनीकि रूप से सक्षम वर्ल्ड क्लास इंजीनियर्स के निर्माण करने हेतु प्रतिबद्ध है। एसजीटी विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियर्स, भारत में सिविल इंजीनियरिंग की विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
यह विभाग नवीनतम प्रगति के साथ तालमेल बनाये रखने के लिए शोध एवं प्रयोगशालाओं द्वारा पठन-पाठन के अत्याधुनिक तरीकों का पालन करता है। यह विभाग वर्तमान विश्व की प्रतिस्पर्धा और उत्कृष्टता के लिए नवोदित सिविल इंजीनियरों में इंडस्ट्रीयल स्किल विकसित करने पर विशेष ध्यान देता है। इसने अपने शैक्षणिक कार्यक्रमों को इंडस्ट्री के नामचीन पेशेवरों के सहयोग से बनाया है।
एसजीटी यूनिवर्वसिटी का सिविल इंजीनियरिंग विभाग क्यों है खास?
सिविल इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम को वर्तमान इंडस्ट्री की ज़रूरतों के अनुसार विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया है। यहां के अधिकतम शिक्षक एक अच्छी अकादमिक व शोध की पृष्ठभूमि के साथ-साथ देश के प्रसिद्ध संस्थानों जैसे- आईआईटी और एनआईटी से जुड़े रहे हैं। यहां प्रवेश के लिए राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा जैसे जेईई (मेन्स) मान्य होती है। यहां छात्रों के समग्र विकास के लिए BIM, MX Road, Staad Pro जैसे विभिन्न सॉफ्टवेयर लैब उपलब्ध हैं।
यहां पर नियमित अंतराल पर इंडस्ट्रीयल एवं सरकारी क्षेत्र के ट्रीप्स आयोजित होते रहते हैं। यहां छात्रों के सरकारी क्षेत्र में प्लेसमेंट के लिए GATE की विशेष कक्षाएं संचालित होती हैं। एसजीटी यूनिर्वसिटी छात्र-केंद्रित शैक्षणिक दृष्टिकोणों के लिए समर्पित है। छात्रों को परियोजनाओं पर काम करने के ढेरों अवसर दिए जाते हैं जो सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक प्रयोग में लाने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं।
यह सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है जिसमें अत्याधुनिक कंप्यूटर लैब और वाईफाई सक्षम कैंपस शामिल हैं। पुस्तकालय में न केवल पाठ्य पुस्तकों, संदर्भ पुस्तकों और वैज्ञानिक पत्रिकाओं के नवीनतम संग्रह हैं, बल्कि बेहतरीन ई-लर्निंग टूल्स भी मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त इसका ‘बुक-बैंक सिस्टम’ एक बहुत ही अनूठी विशेषता है, जो छात्रों को पूरे सेमेस्टर के लिए एक बार विषय पाठ्य पुस्तकों को उधार लेने की अनुमति देता है।
ऊपर वर्णित सुविधाओं के अलावा स्टूडेंट्स छात्रावास, मेस सेवाओं, चिकित्सा सेवाओं, खेल परिसर, केंद्रीय पुस्तकालय, परिवहन सेवा जैसी सुविधाओं का भी लाभ उठा सकते हैं।
B.Tech (Civil Engineering) करने की न्यूनतम योग्यताएं
Civil Engineering में B. Tech करने के लिए अभ्यर्थी को 10+2 में मैथ और फिज़िक्स (अनिवार्य विषय) के साथ-साथ बायोलॉजी/बायोटेक्नोलॉजी/केमेस्ट्री/कंम्प्यूटर साइंस में से किसी एक विषय से न्यूनतम 45% मार्क्स के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए।
लैब/प्रयोगशालाएं
यहां छात्रों के प्रैक्टिकल शिक्षा के लिए निम्नलिखित 10 लैब/प्रयोगशालाएं हैं
Engineering Geology
Strength of Materials
Fluid Mechanics
Geo-technical Engineering
Auto-CAD Lab
Surveying
Concrete Technology
Structural Engineering
Transportation Engineering
Environmental Engineering
सिविल इंजीनियरिंग में बी टेक करने के बाद क्या हैं करियर की सम्भावनाएं?
सिविल इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए वर्तमान समय में निम्न क्षेत्रों में अवसर भरपूर अवसर उपलब्ध हैं:
सिविल इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए सरकारी संगठनों जैसे- एयर वेज, राजमार्ग, रेलवे, DMRC, NMRC, GAIL, NTPC, RES, ONGC, EIL और IOCL के साथ-साथ निजी क्षेत्रों के MNCs जैसे-ESSAR, GMR, L & T, HCC, CCCL, TCE, TECHNIP, SHAPOORJI PALLONJI आदि में भरपूर करियर सम्भावनाएं उपलब्ध हैं।
क्या होगी जॉब प्रोफाइल?
सिविल इंजीनियरिंग के ग्रेजुएट्स निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल के अंतर्गत अपना करियर बना सकते हैं-
निर्माण इंजीनियर (Construction Engineer)
भू-तकनीकी इंजीनियर (Geo-technical Engineer)
स्ट्रक्चरल इंजीनियर (Structural Engineer)
परिवहन इंजीनियर (Transportation Engineer)
सर्वेयर (Surveyor)
प्लेसमेंट एवं इंटर्नशिप
यहां का कॉर्पोरेट रिसोर्स सेंटर (सीआरसी) सभी प्रशिक्षण और प्लेसमेंट से संबंधित गतिविधियों का ख्याल रखता है। छात्रों के रूझान का ध्यान रखते हुए विशेष क्रेडिट पाठ्यक्रम विकसित किए गए हैं जिसमें सॉफ्ट स्किल डेवेलपमेंट और व्यक्तित्व विकास के सेशन शामिल हैं।
जिसमें संचार कौशल, साक्षात्कार कौशल और ग्रुप डिस्कसन स्किल को विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है क्योंकि ये आज के पेशेवरों की मूलभूत आवश्यकताएं हैं। इंटर्नशिप सहायता कार्यक्रमों, प्री-प्लेसमेंट कार्यशालाओं, इंडस्ट्रीयल यात्राओं के दौरान छात्रों को विशेषज्ञों द्वारा सफलता के गुरूमंत्र दिए जाते हैं।
एसजीटी यूनिवर्सिटी का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को जिज्ञासु, रचनात्मक व आत्मविश्वासी बनाना है ताकि वो एक अलग मुकाम हासिल कर सकें। यहां पर प्रदान की गई शिक्षा के कारण आज हमारे छात्र विश्व में एक अलग पहचान बनाए हुए हैं।