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शिक्षा मंत्री जी कोरोना से उपजी समस्याओं को नज़रअंदाज़ कर परीक्षाएं कराना कितना जायज़ है?

सेवा में,
श्री रमेश पोखरियाल निशंक
मानव संसाधन विकास मंत्री
भारत सरकार

विषय- महामारी के दौरान परीक्षा कराने के संबंध में।

श्रीमान,
मैं नीरज राय परास्नातक काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का छात्र हूं। मैं 13 अगस्त, 2020 से महामारी के दौरान परीक्षाएं कराए जाने के विरोध में बीएचयू में सत्याग्रह पर हूं। मैं लगातर परीक्षार्थियों के समस्याओं की ओर ध्यान दिलाने की कोशिश कर रहा हूं।

स्टूडेंट्स विभिन्न माध्यमों से अपनी समस्या मसलन कोरोना संक्रमण का खतरा, यातायात की अनियमित व्यवस्था, बिहार-असम में भयानक बाढ़, कई राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति आदि को बता रहें हैं लेकिन दुखद यह है कि ना तो काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन और ना ही सरकार इन समस्याओं को सुन रही है। यह लाखों परीक्षार्थियों का शारीरिक और मानसिक शोषण है।

महोदय मैं आपका ध्यान महामारी और लॉकडाउन से उपजी समस्याओं की तरफ दिलाते हुए कहना चाहता हूं कि भारत में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। रोज़ाना 60,000 के ऊपर नए कोरोना केस आ रहें हैं, कुल 50 हज़ार लोगों की जान जा चुकी है और कुल संक्रमितों की संख्या 25 लाख से ज़्यादा हो गई है।

ऐसे में, परीक्षार्थियों के स्वास्थ्य सुरक्षा की गारंटी लिए बिना, हर प्रकार की समस्याओं को नज़रअंदाज़ करते हुए, परीक्षा कराना लाखों छात्रों के साथ अन्याय होगा।

अत: महोदय मेरी आपसे यह अपील है कि:

• प्रवेश परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए और हर ज़िले में परीक्षा केंद्र सुनिश्चित हो जिसके लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र की मदद ली जा सकती है। प्रत्येक ज़िले में डीएम को प्रवेश परीक्षा का नोडल अधिकारी बनाया जाए जो की परीक्षा सम्बंधित शारीरिक दूरी, सैनिटाइजेशन, आवागमन आदि की व्यवस्था के लिए अंतिम रूप से जवाबदेह और संपर्क सूत्र हो।

• एक महामारी विशेषज्ञ समिति गठित की जाए जो परीक्षा केंद्रों पर सरकार द्वारा जारी सभी प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करे और प्रति परीक्षा केंद्र परीक्षार्थियों की संख्या निर्धारित करे ताकि परीक्षा केन्द्रों पर भीड़ ना जुटे और संक्रमण का न्यूनतम खतरा हो। कमेटी की फाइंडिंग और संस्तुति का प्रवेश परीक्षा और कॉउंसलिंग सम्बंधित गतिविधियों में अनुपालन किया जाए।

मेरी आपसे यही मांग है कि इन बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित किए बिना, महामारी में किसी भी प्रकार की परीक्षा को स्थगित रखा जाए।

आशा है कि आप इन मांगों पर विचार करेंगे और लाखों छात्रों के स्वास्थ के अधिकार की रक्षा करते हुए तत्काल प्रभाव से परीक्षाओं पर रोक लगाएंगे।

धन्यवाद

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