30 अगस्त को प्रसारित कार्यक्रम ‘मन की बात’ को यूट्यूब पर ढेर सारे डिसलाइक्स मिल रहे हैं। यूट्यूब के अलावा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी इसकी खूब आलोचना हो रही है। ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे देश की वर्तमान परिस्थितियों में प्रधानमंत्री की मन की बात युवाओं को रास नही आई।
प्रधानमंत्री के इस रेडियो प्रोग्राम को डिसलाइक करने में जेईई, नीट और अन्य परीक्षाओं के अभ्यर्थी भी शामिल हैं, जो प्रधानमंत्री द्वारा उनकी परीक्षा स्थगित करने की मांग पर ध्यान ना देने से नाराज़ हैं।
क्या है मन की बात?
‘मन की बात’ एक रेडियो प्रोग्राम है, जिसे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी होस्ट करते हैं। इसका प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो, डीडी नैशनल और डीडी न्यूज़ पर होता है। ‘मन की बात’ का पहला प्रसारण 3 अक्टूबर 2014 को हुआ था और तब से अब तक कुल 68 एपिसोड प्रसारित हो चुके हैं।
30 अगस्त 2020 को इसका 68वां एपिसोड प्रसारित हुआ। मन की बात के 27 जनवरी 2015 के अंक में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी भाग ले चुके हैं। मूलतः हिंदी भाषा में प्रसारित होने वाले इस शो का कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी अनुवाद किया जाता है।
‘मन की बात’ का यह एडिशन सुर्खियों में क्यों है?
30 अगस्त की दोपहर को प्रसारित ‘मन की बात’ का 68वां अंक नकारात्मक वजहों से चर्चा में है। रोज़गार, कोविड में परीक्षा और सरकार की तरफ से महामारी से निपटने के लिए किए गए नाकाफी इंतज़ामों से खफा जनता, खासकर युवा वर्ग ने मन की बात के वीडियो को जमकर डिसलाइक किया।
वहीं, कई आलोचनात्मक कमेंट्स भी देखने को मिले। ये पहली बार हुआ है कि प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ को पीएमओ और भाजपा के यूट्यूब चैनल पर लाइक्स से ज़्यादा डिसलाइक्स मिले हैं।
वीडियो को कितने डिसलाइक्स मिले?
प्रधानमंत्री के इस स्पेशल शो को सबसे ज़्यादा डिसलाइक्स मिले हैं। भाजपा के यूट्यूब चैनल Bhartiya Janta Party पर इस वीडियो को यह लेख लिखे जाने तक 6 लाख 48 हज़ार बार देखा गया है, जिसमें इसे 1 लाख 88 हज़ार डिसलाइक्स मिले हैं और महज़ 19 हज़ार यूज़र्स ने इसे लाइक किया है।
न्यूज़ चैनल ‘आज तक’ के यूट्यूब चैनल Aaj Tak पर इस वीडियो को 7 लाख 37 हज़ार बार देखा गया है और यहां भी लाइक की तुलना में डिसलाइक्स का पलड़ा भारी है। 16 हज़ार डिसलाइक्स के मुकाबले सिर्फ 12 हज़ार लोगों ने ही इसे पसंद किया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय के यूट्यूब चैनल PMO India ने भी इस वीडियो को अपलोड किया है, जहां इसे 6 लाख 19 हज़ार बार देखा गया है। यहां भी यह वीडियो 28 हज़ार डिसलाइक्स के मुकाबले महज़ 22 हज़ार लाइक्स ही बटोर पाया है।
दूरदर्शन नैशनल पर भी अब तक इस वीडियो को 69 हज़ार बार देखा जा चुका है, जिसमें इसे महज़ 2600 लाइक्स मिले हैं मगर कुल डिसलाइक्स की संख्या यहां भी लाइक्स से एक हज़ार ज़्यादा हैं।
भारत सरकार की आधिकारिक प्रेस एजेंसी पीआईबी यानि प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो के यूट्यूब चैनल PIB India पर ‘मन की बात’ के इस वीडियो को 94 हज़ार बार देखा गया है, जिसमें से इसे महज़ 3200 लाइक्स मिले हैं मगर इसे 11 हज़ार से ज़्यादा यूज़र्स ने डिसलाइक किया है।
कई अन्य चैनलों पर भी इस वीडियो को अपलोड किया गया और वहां भी इसे लाइक्स से ज़्यादा डिसलाइक्स मिले हैं। इस डिजिटल युग में विरोध जताने का यह नायाब तरीका खूब सुर्खियां बटोर रहा है।
नोट: सभी आंकड़े 31 अगस्त 2020 (03:00 AM) तक के हैं।