साल की शुरुआत हुई आने वाले लोकसभा चुनावों के उत्साह की गर्म हवाओं से। वहीं, अयोध्या का वर्षों पुराना मामला अदालत से निर्णीत हुआ।
दूसरी ओर लद्दाख, जम्मू और कश्मीर की जोड़ी से अलग हुआ। वीर चक्र सम्मानित अभिनंदन की देश वापसी ने बालाकोट के हवाई हमलों की गर्माहट को ठंडक दी और नरेंद्र मोदी एक बार पुनः देश के प्रधानमंत्री बनें।
आइए वापस लौटते हैं महिलाओं पर। आइए जानते हैं कि 2019 में भारत की महिलाओं के साथ ऐसा क्या हुआ कि वे 2020 का महिला दिवस मनाएं।
- महिलाओं को दिल्ली मेट्रो में मुफ्त में यात्रा करने का तोहफा दिया गया।
- तीन तलाक में फैसला महिलाओं के पक्ष में आया।
- उच्चतम न्यायालय ने सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश को उचित ठहराया।
- भारत की जी.एस लक्ष्मी, आईसीसी अंतरराष्ट्रीय पैनल की मैच रेफरी बनीं।
- हिना जैसवाल भारत की प्रथम महिला फ्लाइट इंजीनियर बनीं।
ये तमाम खबरें अखबार में सुर्खियां भी रही हैं। अब बात करते हैं कुछ और हेडलाइंस की।
- हैदराबाद में एक डेंटल डॉक्टर का बलात्कार करते हुए उसे जला दिया गया। उसके उपरांत लोगों ने सवाल पूछा कि सर्वाइवर ने पहले पुलिस से संपर्क क्यों नहीं किया? किसी ने यह सवाल नहीं पूछा कि उसे पुलिस की सुरक्षा क्यों नहीं मिली थी?
- सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश का मामला दोबारा न्यायालय में फंस गया, जब रजस्वला महिला का ‘स्वामी अयप्पा’ के मंदिर में घुसना धर्म विरोधी बताया गया।
- तीन तलाक का कानून बन जाने के उपरांत भी ऐसी खबरें आती रहीं।
- महिला क्रिकेट को अब भी वो पायदान नहीं मिल सका, जिससे माँ- बाप बेटी को कह सकें कि बड़ी होकर क्रिकेटर बनना।
फेहरिस्त लंबी है, तसल्ली से पढ़िए
- कबीर सिंह बॉलीवुड की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनीं, जिसमें अपने ऊपर हुआ हर अत्याचार महिला नायक ने चुपचाप झेला।
- निर्भया के दोषी अब भी सज़ा से दूर हैं।
- उन्नाव की बेटी तो इंसाफ से महरुम गई लेकिन अपने रिश्तेदारों की मौत का तोहफा ज़रूर मिल गया।
कार्यस्थल पर लिंग-आधारित भेदभाव के मामले में भारत की स्थिति अब भी अच्छी नहीं है। अब भी भारत में महिलाओं के साथ भेदभाव हो रहा है। महिला-पुरुष समानता के मामले में भारत 149 देशों की तालिका में 108वें स्थान पर है।
महिलाओं पर अश्लील हरकतें व फब्तियां कसने के इतने मामले सामने आएं कि अंधेरा होने से पूर्व बेटी घर ना पहुंचे तो माँ-बाप परेशान होते हैं। सोचिए, आखिर क्यों मनाएं भारत की महिलाएं 2020 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस?