पूरे विश्व में कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभी कुछ देर पहले ही देशवासियों को संबोधित किया। दरअसल, पीएम मोदी के इस संबोधन को लेकर सुबह से ही अफवाहें भी चल रही थी कि लॉक डाउन को लेकर कोई औपचारिक ऐलान ना हो जाए मगर उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा।
उन्होंने भारत के नागरिकों को संबोधित करते हुए 22 तारीख यानी कि इस रविवार को जनता कर्फ्यू घोषित कर दिया। उन्होंने लोगों से अपनी बात रखते हुए कहा कि इस रोज़ सुबह सात बजे से लेकर रात के नौ बजे तक लोग अपने-अपने घरों में रहें। कोई भी व्यक्ति इस दौरान बाहर ना निकले।
पीएम ने काम में जुटे लोगों को धन्यवाद दिया
पीएम मोदी ने 22 मार्च को कफ्यू घोषित करते हुए और भी बातें कही। उन्होंंने कहा कि मैं आपसे एक और सहयोग चाहता हूं। पिछले दो महीनों से लाखों लोग अस्पतालों में, एयरपोर्ट पर, दफ्तरों में, शहर की गलियों में, दिन-रात काम में जुटे हुए हैं।
मोदी ने कहा, “चाहे डॉक्टर हो, नर्स हो, स्टाफ हो, सफाई करने वाले भाई-बहन हो, एयरलाइन्स के कर्मचारी हो, पुलिसकर्मी हो, मीडियाकर्मी हो, रेलवे, बस वाले हों, होम डिलीवरी वाले हो, ये लोग अपनी परवाह ना करते हुए दूसरों की सेवा में लगे हुए हैं।”
मोदी ने आज की परिस्थिति को असामान्य बताते हुए कहा, “ये लोग खुद भी संक्रमित होने का पूरा मोल लेते हैं और अपना कर्तव्य भी निभा रहे हैं। हर किसी की सेवा कर रहे हैं। ये अपने आप में राष्ट्र रक्षक के रूप में एक शक्ति बनकर खड़े हैं। देश इनका कृतज्ञ है। मैं चाहता हूं कि 22 मार्च को हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें।”
शाम को पांच बजे घर के दरवाज़े या खिड़कियों पर पांच मिनट तक ताली बजाकर या घंटी बजाकर ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें।
मोदी ने कहा कि हर दिन 10 नए लोगों को फोन करके इस वैश्विक महामारी के बारे में और जनता कफ्यू के बारे में बताएं। ये जनता कफ्यू हमारे लिए एक कसौटी जैसा होगा। भारत इस लड़ाई के लिए कितना तैयार है, यह देखने और परखने का भी समय है। यह देश के एक-एक व्यक्ति को जोड़ सकता है।
उन्होंने तमाम संस्थाओं को संबोधित करते हुए इस दौरान लोगों के वेतन ना काटने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसे समय पर यदि कोई कर्मचारी नहीं आ पा रहा है या वर्क फ्रॉम होम करता है, तो उसका वेतना ना काटें क्योंकि उसे भी परिवार चलाना है और अपने परिवार को बीमारियों से बचाना है।
खाने-पीने की चीज़ों को इकट्ठा करने में पैनिक ना बनाएं- पीएम मोदी
उन्होंने कहा, “मैं देशवासियों को आस्वस्थ करता हूं कि घर में दूध, खाने-पीने का समाना और दवाइयों की कमी ना हो। इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। ये सप्लाय कभी रोका नहीं जाएगा।
मोदी ने कहा, “ज़रूरी सामन संग्रह करने की होड़ ना लगाएं। पिछले दो महीने में 130 करोड़ भारतीयों ने मिलकर देश पर आए इस संकट को अपना संकट माना है। हर किसी ने अपने-अपने स्तर पर काम किया है। मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में हम सभी देशवासी अपने कर्तव्यों का निर्वाह करेंगे।”
उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं ऐसे समय में कुछ कठिनाइयां भी आती हैं। कई बार एक नागरिक के तौर पर हमारी अपेक्षाएं पूरी नहीं हो पाती हैं। ये संकट वैश्विक है, एक देश भी दूसरे देश को मदद नहीं कर पा रहा है। देशवासियों को संकल्प के साथ इन कठिनाइयों का मुकाबला करने की आवश्यकता है।
पीएम मोदी ने कहा, “हमें अब भी अपना सारा सामर्थ खुद को कोरोना से बचाने के लिए लगाना है। आज देश में केन्द्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों, स्थानीय निकाय हो, पंचायत हो, जन प्रतिनिधि हो या सिविल सोसाइटी हो, हर कोई अपने-अपने तरीके से इस वैश्विक माहमारी से बचने के लिए अपना योगदान दे रहा है।”
अंत में पीएम ने कहा कि इस वातावरण में मानव जाति विजई हो, भारत विजई हो। मेरे प्यारे देशवासियों, कुछ दिनों में नवरात्री का पर्व आ रहा है, यह शक्ति उपासना का पर्व है। भारत पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़े, इस संकलप को लेते हुए आओ हम भी बचें, देश बी बचाएं। फिर एक बार आग्रह करूंग जनता कफ्यू के ज़रिये सेवा करने वालों का धन्यवाद करें।
यहां देखें पीएम मोदी का देश के नाम पूरा संबोधन
My address to the nation. #IndiaFightsCorona https://t.co/w3nMRwksxJ
— Narendra Modi (@narendramodi) March 19, 2020