अभी तक कोरोना वायरस से निपटने के लिए जो प्रयास राज्य और केंद्र सरकार कर रही है, वह सराहनीय है लेकिन पर्याप्त नहीं है। अभी हम संक्रमण के दूसरे स्टेज में हैं और उम्मीद करते हैं कि थर्ड स्टेज में हम ना जाएं।
अब यह समझना होगा कि यदि हम थर्ड स्टेज में नहीं जाना चाहते हैं तो आज जितने प्रयास सरकार कर रही है वे नाकाफी हैं।
ऐसा क्यों लगा मुझे?
हमें यह ध्यान में रखना चाहिए कि अभी तक जो भी कोरोना से संक्रमित पेशेंट मिले हैं, वे शहरों से मिले हैं। जिनमें से ज़्यादातर विदेश से ट्रेवल करके आए हैं।
इन्हें सरकार सही तरीके से क्वारंटाइन करती तो आज हमारे एसे हालात कतई नहीं होते। ज़रूरी कदम उठाने में सरकार ने 20 से 25 दिन की देरी कर दी।
जितने लोगों की जांच की जा रही है, वह पर्याप्त नहीं है
इन 10 दिनों में बड़ी तादाद में लोग बड़े शहरों से गाँव चले गए हैं। जो लोग गाँव चले गए इनकी कोई स्क्रीनिंग नहीं की गई और ना ही की जा रही है।
सरकार चाहे तो ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों में जहां लोग पहुंच रहे हैं उनकी स्क्रीनिंग वहीं कर सकती है। या फिर शहर छोड़ने से पहले कर सकती है। इसके लिए छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में टास्क फोर्स अभी तक तैयार नहीं है।
समझने की ज़रूरत है कि संक्रमण फैल गया तो क्या होगा?
ज़रा सोचिये अगर कोरोना का संक्रमण ग्रामीण इलाकों में फैल गया तो क्या होगा? ऐसा ना हो इसलिए सरकार को और सतर्क रहने की ज़रूरत है।
- छोटे शहर और ग्रामीण इलाकों में अभी भी टेस्ट की सुविधा और आइसोलेशन सेंटर नहीं बनाए गए हैं, जो बन जाने चाहिए थेे।
- कोरोना वायरस से जुडी अफवाहों को रोका जा सकता था मगर यह नहीं हुआ और तरह-तरह की अफवाहें फैल चुकी हैं। अभी भी समय है कि इन अफवाहों को रोका जा सकते है।
- कोरोना से लड़ने के लिए लोगों की मानसिकता तैयार करना ज़रूरी है और लोगों तक सही जानकारी पहुंचे इसका ध्यान रखना भी ज़रूरी है।
- थर्ड स्टेज के लिए तो हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट को अभी से तैयारी करने की ज़रूरत है।
- कोरोना वायरस के इलाज के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीज़र देश के सभी डॉक्टर्स तक पहुंचाने की ज़रूरहै।
- कोरोना वायरस से निपटने के लिए सही जानकारी सरकार ने पब्लिश की है। वीडियो ज़रूर देखें-