दुनियाभर में कोरोना वायरस के कहर से कोई भी अंजान नहीं है। इसका प्रभाव इतना अधिक है कि अब तक 6,500 से ज़्यादा लोगों की मौतें हो चुकी है। यह आंकड़ा वैश्विक संदर्भ में है, वहीं अगर भारत की बात करें तो कोरोना वायरस से अभी तक 123 लोग संक्रमित पाए गए हैं जिसमें से दो की मौत हो गई है। लोगों में यह तेज़ी से फैल रहा है जिसके कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है।
क्या होती है महामारी?
बहुत ही कम समय में दुनियाभर में रह रहे लोगों को अपनी चपेट में लेने वाली बिमारी को महामारी कहा जाता है। इसे रोकने या इससे बचने का एक ही तरीका है कि इसके प्रभाव को कम करने या खत्म करने के लिए वैक्सीन या टीका इजात किया जाए. जिसे बनने में ही कई महीने और साल लग जाते हैं।
ऐसा नहीं है कि पहली बार महामारी की स्थिति बनी हो इससे पहले भी विश्व ने महामारी का सामना किया है। जिसमें प्लेग, हैजा, चेचक और 2009 में फैले स्वाईन फ्लू आदि शामिल हैं।
कोरोना बिमारी है या महामारी?
कोरोना वायरस ने 2019 में चीन के वुहान शहर में दस्तक दिया। इसके बाद लगभग चार महीने के अंदर ही इसने पूरे विश्व को अपनी बांहों में समेट लिया है। अभी तक दुनियाभर में लगभग 5,500 लोगों की मौतें हो चुकी हैं, चीन, इटली, ईरान, स्पेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, पनामा, कोलंबिया, पाकिस्तान, भारत, सिंगापुर, अर्जेंटीना, आदि को मिलाकर 100 से अधिक देश इसकी चपेट में आ चुके हैं, जो कि बहुत बड़ा आंकड़ा है।
इन सभी देशों में से चीन, ईरान और इटली में सबसे अधिक लोगों ने अपनी जानें गवाईं हैं। जिसमें ईरान में 853 लोगों की जाने जा चुकी हैं। इसके अलावा स्पेन में 105 लोगों की, ब्रिटेन में 14 लोगों की व चीन के वुहान में 3,213 लोगों की की मौते हो चुकी हैं। इसके बाद भी यह संख्या यहीं नहीं ठहरता बल्कि तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। साथ ही इसने वैश्विक अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है। जिसने दुनिया के शेयर बाज़ार और वैश्विक विकास दर को ज़मीन पर ला पटका है। ऐसी स्थिति के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने इस संक्रामक बिमारी को महामारी घोषित कर दिया।
भारत में कोरोना का कितना असर?
वैश्विक संदर्भ को छोड़ दें तो भारत में अभी तक 123 लोग वायरस से संक्रमित पाए गए हैं जिसमें से अभी तक दो की मौत हुई है। यही नहीं, वायरस ने देश की गिरती अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित किया है। डॉक्टरों की माने तो भारत को इससे ज़्यादा डरने की जरुरत नहीं है इसकी वजह यहां का वातावरण और रहन-सहन है। लेकिन वैश्विक स्तर की तस्वीरें हमारे सामने हैं जिसके बाद भी इसे हल्के में लेना शायद बेवकूफी ही होगी।
भारत में अभी तक कोरोना के महाराष्ट्र में 39, केरल में 23, यूपी में 11, दिल्ली में 7, कर्नाटक में 7 लद्दाख में 4, तेलंगाना में 3, जम्मू-कश्मीर में 2, राजस्थान में 2, तमिलनाडु में 1, आंध्र प्रदेश में 1, पंजाब में 1, उत्तराखंड में 1, उड़ीसा में 1, हरियाणा में 2 और विदेशी 17 मामले पाए गए हैं। यही वजह है कि हमारी सरकारें हर संभव प्रयासों से इसे फैलने से रोकने में लगी हुई है।
सरकार द्वारा उठे गए कदम-
- दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, असम, गुजरात में सभी शैक्षणिक संस्थान सिनेमाघरों आदि को बंद कर दिया है।
- महाराष्ट्र में वायरस के चलते धारा 144 लागू कर दिया गया।
- स्वास्थय मंत्रालय ने वायरस की पहली और दूसरी जांच को मुफ्त कर दिया है।
- हर संभव तरीकों से कोरोना से बचाव के उपाय समझाये जा रहे हैं, इसके लिए अखबारों में विज्ञापन और फोन पर दी जाने वाली सूचनाएं आदि शामिल है।
- हवाई यात्राओं को रोक दिया गया है, और जो बाहर से देश में आ रहे हैं या लाए जा रहे हैं उन्हें 15 दिन की जांच उपचार के लिए अस्पताल में रखा जा रहा है।
- महामारी अधिनियम 1897 का भी सहारा लिया जा सकता है। अगर इस अधिनियम का सेक्शन 3 लागू किया जाता है तो इसके अंतर्गत
- यदि कोई भी ऐसा कार्य करता है जिससे रोग का संक्रमण फैलता है तो उसपर आईपीसी की धारा 269, 270 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा, साथ ही इसमें सज़ा का भी प्रावधान है।
- डर नहीं, बचाव करना है कोरोना का समाधान
पूरा विश्व अभी इस महामारी से जूझ रहा है जो सबके लिए चिंता का विषय बना हुआ है। हर कोई इस संक्रमण से डरा हुआ है जो लाज़िम भी है, पर इस वायरस से निपटने के लिए डर से ज्यादा इससे बचाव ज़रूरी है। क्योंकि इसका अभी तक कोई इलाज संभव नहीं, तो ज़ाहिर है कि हमें इससे बचाव करने पर ध्यान देना चाहिए बजाए डरने के।
कैसे करें बचाव-
- खांसते और छींकते समय अपने नाक और मुंह को रुमाल से ढकें।
- अपने हाथों को साबुन व पानी से नियमित धोयें।
- पर्याप्त नींद और आराम लें।
- पानी और तरल पदार्थ का सेवन करें।
- भीड़-भार वाले इलाके में जाने से बचें।