Site icon Youth Ki Awaaz

दिल्ली हिंसा: भजनपुरा में दंगाईयों ने लगाया घर में आग, 85 वर्षीय बुज़ुर्ग महिला की मौत

फोटो साभार- सोशल मीडिया

फोटो साभार- सोशल मीडिया

रविवार 23 फरवरी से उत्तर पूर्वी दिल्ली में नागरिकता अधिनियम से जुड़े प्रदर्शनों में अब तक 38 मौतें हो चुकी हैं और 190 से ज़्यादा लोग घायल हो गए हैं। इसी हिंसा के बीच 85 साल की एक महिला की मृत्यु सिर्फ इसलिए हो गई, क्योंकि दंगाईयों ने उनके घर को आग के हवाले कर दिया।

अकबरी का घर गमरी एक्सटेंशन के पास में है। मंगलवार सुबह हिंसक भीड़ ने उस इलाके में आग लगाई थी, जिनमें अकबरी का घर भी था। पत्रकारों से बातचीत में उनके लड़के ने बताया कि अकबरी उस समय तीसरी मंज़िल पर थीं, जब उनके चार पोते-पोतियों ने देखा कि भीड़ उनके घर को जलाने के लिए आगे बढ़ रही है।

सईद सलमानी ने बताया कि उस वक्त वो दूध लेने गए थे और लौटते समय उनके एक बच्चे ने आवाज़ देकर कहा कि 150-200 लोगों की भीड़ उनके घर पहुंच गई है। बच्चे ने दरवाज़ा भीतर से बंद कर लिया था। सारा परिवार तीसरी मंज़िल पर रहता था। दंगाईयों ने पहले भूतल पर दुकान चलाई, फिर जलाते हुए ऊपर बढ़ गए। सईद ऊपर नहीं गया, क्योंकि लोगों ने कहा कि उसे भी मार दिया जाएगा।

जब आग शांत हो चुकी थी, तब रात 9 बजकर 30 मिनट में दमकल द्वारा माँ की लाश निकाली गई। उन्होंने बचाने के लिए आवाज़ जरूर दी होगी मगर किसी ने बचाया नहीं।

NDTV के पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “इसे हिन्दू-मुस्लिम ना करें। मैं कई हिन्दुओं के साथ काम करता हूं। यहां हमेशा से शांति थी। मैंने अपनी मांँ को खो दिया और अब मेरी दुकान और घर भी नहीं रहा।

सईद जिस तरह से हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश कर रहे हैं, वैसे ही कई जगहों पर हिन्दू-मुसलमान अपने इलाके में होने वाले दंगे के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हो रहे हैं।

Exit mobile version