रविवार शाम जिस तरीके की घटना JNU के साथ घटी, उससे मैं पूरी तरह स्तब्ध हूं। मुझे याद है, मैं अपने बड़े भाई (सूरज राव) से मिलने JNU बराबर जाता रहता हूं। JNU में प्रवेश करने से पहले ही आपका नाम, मिलने वाले का नाम, पता और अंदर जाने तथा बाहर निकलने का समय नोट करा लिया जाता है।
JNU पर हमला देश पर हमला है
इन तमाम चीज़ों के बावजूद यदि डंडे और हथियार के दम पर 100 लोग (जिनका सीधा संबंध ABVP से होने का आरोप है) एक साथ दाखिल हो जाते हैं और JNU प्रशासन के कानों पर जूं तक नही रेंगती, बल्कि वह मूकदर्शक बने रहते हैं।
इतना ही नहीं, दिल्ली पुलिस के जवान उनका विरोध नहीं करती बल्कि उन्हें अंदर घुसने और छात्रों तथा प्रोफेसरों को पीटने में अपना सहयोग देती दिखाई पड़ती है।
इस घटना के कई मायने हैं, जिसे आपको समझने की आवश्यकता है।
- वर्तमान केंद्र सरकार, तथाकथित मोदी सरकार जबसे सत्ता में आई है, JNU को सीधा अपना निशाना बनाये हुए है। इनका शिक्षा से कोई लेना-देना नही है। चूंकि JNU के स्टूडेंट्स पढ़-लिखकर सत्ता से सवाल करते हैं, जो इन्हें कतई बर्दाश्त नहीं। चूंकि JNU फासीवाद का विरोध करती है। इसलिए इस संघी सरकार को बिल्कुल हज़म नहीं हो रहा है।
- JNU भारत एकमात्र ऐसा विश्विद्यालय है, जहां इंसान क्या जानवर भी आज़ादी से रहते हैं लेकिन इस मनुवादी सरकार को ना यह कल बर्दाश्त था ना आज है।
- JNU सिर्फ एक ज़रिया है। यह हमला सिर्फ JNU पर नहीं है, बल्कि इस देश पर हमला है, मानवता पर हमला है।
- JNU पर हमला संविधान को खत्म करने की साज़िश की दिशा में इस पुरुषवादी सरकार का पहला कदम है।
इस देश के स्टूडेंट्स ही देश बचा सकते हैं
मेरा आप सभी से व्यक्तिगत निवेदन है कि यदि आप अपेक्षा कर रहे हैं कि बॉलीवुड (कुछ लोगों को छोड़कर) और देश के तमाम जगत के लोग आपके साथ आएंगे, तो आप गलतफहमी में हैं।
यदि इन्हें आना होता तो जामिया और एमयू, डीयू और हैदराबाद इत्यादि विश्विद्यालयों के छात्र जब पिटे जा रहे थे तभी आ जाते।
अब इस देश को कोई बचा सकता है, तो वह इस देश के स्टूडेंट्स ही केवल बचा सकता है। यदि आज आप JNU के साथ खड़े नही होते हैं, तो आपके साथ-साथ आने वाली नस्लों को भी ऐसे ही नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा।
इसलिए आप सभी ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में अपने -अपने शहर में JNU और देश को बचाने के लिए रैलियां निकालिए, सड़क पर आइए और लड़ नही सकते हैं, तो आप हमारा साथ दीजिए। इस पोस्ट को शेयर कीजिए।
जय भारत ,जय संविधान।