दिल्ली के अंबेडकर इंटरनैशनल सेंटर में Youth Ki Awaaz सम्मिट 2019 का शानदार आगाज़ हुआ। Youth Ki Awaaz के फाउंडर अंशुल तिवारी ने सम्मिट के पहले दिन कहा कि जब वह अध्ययनरत थे, तब उन्होंने महसूस किया कि बहुत से विषय ऐसे हैं जिनके सन्दर्भ में लोग खुलकर बात नहीं कर पाते हैं।
उन्होंने कहा कि 17 साल की उम्र में क्या हम परिवर्तन की बात कर सकते हैं? क्या हम 17 साल की उम्र में युवाओं की आवाज़ के सम्बन्ध में फिक्रमंद हो सकते हैं? हां, हो सकते हैं। यदि आप उस दृष्टिकोण से सोच रहें है जिसकी देश व समाज को आवश्यकता है।
उन्होंने कहा,
लोगों की आवाज़ को महसूस करते हुए मुझे एहसास हुआ कि इन युवाओं को अपनी बात रखने के लिए एक प्लैटफॉर्म का होना बेहद ज़रूरी है। उसी एक विचार ने Youth Ki Awaaz को लोगों तक पहुंचाया है। जब लोगों के लिए अपनी आवाज़ बुलंद करना कठिन था, तब उन सभी की आवाज़ बनकर यह प्लैटफॉर्म उभरा।
अंशुल ने कहा कि सम्मिट में बहुत से विषयों पर चर्चा की जानी है। महिला सुरक्षा से लेकर महिला सशक्तिकरण और लिंगभेद से लेकर पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर बातचीत की उन्होंने जानकारी दी।
उन्होंने कहा, “इस सम्मिट में आयोजित वर्कशॉप के माध्यम से हम स्टोरी टेलिंग से लेकर कई ज़रूरी विषयों पर बात करेंगे। देश व समाज के लिए एक बेहतर भविष्य निर्माण हेतु हमे अपनी आवाज़ सशक्त रूप से उठानी होगी। हमें उन समस्त विषयों पर चर्चा करनी होगी जिनसे लोग अनभिज्ञ हैं। हमारी चुप्पी ही हमारे शोषण को आमंत्रित करती है।”
अंशुल ने यह भी कहा कि आज की तारीख में जिस तरीके से स्टूडेंट्स पर हमले हो रहे हैं और लगातार ज़रूरी मुद्दों को इंग्नोर किया जा रहा है, उसके लिए बेहद ज़रूरी है कि हम सम्मिट जैसे मंच के ज़रिये उन पर बात करें।
गौरतलब है कि दिल्ली के अंबेडकर इंटरनैशनल सेंटर में आयोजित Youth Ki Awaaz सम्मिट 2019 में युवाओं की अपार भीड़ के बीच आज कई ज़रूरी विषयों पर चर्चा होनी है।