दुनियाभर में सबसे ज़्यादा, भारत में लगभग 20 करोड़ लोग कुपोषित हैं। भारत के अलग-अलग वर्गों और समुदायों में पोषण को लेकर भारी असमानता है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 (2015-16) की रिपोर्ट के अनुसार, आदिवासी, अनुसूचित जाती और अनुसूचित जनजाती समुदाय सबसे ज़्यादा पोषण से वंचित हैं। बौनापन, वजन कम होना और अनीमिया भी इन्हीं समुदाय में सबसे ज़्यादा है।
इससे निपटने के लिए पिछले साल मोदी सरकार ने राष्ट्रीय पोषण अभियान की शुरुआत की। इस अभियान की रफ्तार काफी धीमी रही है। पोषण अभियान का लक्ष्य 2022 तक भारत को कुपोषण मुक्त करना है, आप हमें अपनी राय और उपाय बताएं कि कैसे भारत अपने पोषण लक्ष्यों को पा सकता है।