पहले पंजाब के किसान अप्रैल, मई में धान की रोपाई करते थे और अक्टूबर के पहले सप्ताह तक कटाई कर लेते थे, पराली जलाते थे लेकिन स्मॉग दिल्ली में नहीं आता था।
लेकिन अमेरिकी एजेंसी USAID के सुझाने पर पंजाब सरकार ने ऐक्ट पास कर दिया कि मिड जून से पहले किसान धान की रोपाई नहीं कर सकेंगे, जिससे कटाई का वक्त भी आगे बढ़कर नवंबर तक पहुंच गया।
अक्टूबर के अंतिम सप्ताह और नवंबर के पहले सप्ताह तक दिल्ली में हवा पंजाब की तरफ से आती है। मतलब साफ है कि पंजाब के किसान अगर एक-दो महीने पहले पराली जलाएं तो प्रदूषण तो होगा लेकिन उसका असर दिल्ली पर नहीं पड़ेगा।
अमेरिकी एजेंसी USAID ने किस कंपनी को मदद पहुंचाने की कोशिश की थी, समय बढ़ाने के पीछे क्या कारण थे और ये किस तरह से पंजाब किसान और दिल्ली के लोगों के लिए बर्बादी की वजह बन रहा है, इस पूरे मामले को इस वीडियो में समझाया गया है।