उस रात जब मैं घर लोटी तो रोती हुई सो गयी। सुबह उठी मैने पानी पिया और कुछ ही देर मैंं फिर सो गयी। उसके बाद मुझे इतना याद है मैंं घर से बाहर निकलने से डरती थी। मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं था। आत्महत्या के ख्याल आने लगे थे कि हम पढी लिखी महिलाओं के लिए न तो सुरक्षि त कार्यस्थल है न सुरक्षा की व्यवस्था । किस्मत से मेरे दोस्त घर आये उन दिनो मुझे सलाह दी कि मैं मनोचिकित्सक को दिखाऊँ व किसी भी स्तर पर शिकायत करू बलात्कार की। मैने सवाईमानसिह अस्पताल जयपुर मे मनोचिकित्सक ईकाई मे दो महीने इलाज लिया। राष्ट्रीय महिला आयोग को आनलाईंन शिकायत की। मै ठीक नहीं थी मैने फेसबूक पर भी घटना का उल्लेख किया कि महिला के साथ घटना घटी है पर अपना नाम नहीं डाला। वो फेसबुक आईडी वक्त के साथ हैक हो गयी। बहुत बुरा वक्त था। तीन महीने बाद महिला आयोग का जवाब आया तो दुख हुआ कि केस ही नही बनता। तब डी सी पी साउथ को ईमेल किये जयपुर राजस्थान मे क्योकि मेरे पैर सीधे नहीं पढते थे ।हाथो मे अजीब सी अकडन थी । यूरिन इन्फेक्शन की शिकार थी। पर यहा भी सुनवाई नही हुई।
मैं ये मानती हूँ मैं बहुत बड़े षडयंत्र का शिकार हुयी उस रात। मैं अपने क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल को बचाने का प्रयास कर रही थी। राजकीय प्राथमिक विद्यालय वरूण पथ मानसरोवर जयपुर राजस्थान के खेल मैदान पर बीस सालों से अतिक्रमण है । मैं २०१३ से मिशन चलाकर स्कूल से अतिक्रमण हटाने के प्रयास मे जुटी थी। शिक्षा मंत्री, जिला शिक्षा अधिकारी, कलेक्टर, हाउसिंग बोर्ड अधिकारी, नगर निगम अफसर सब जगह जा रही थी। मुझे घमकिया मिल रही थी परिणाम भुगतोगी। मैं एम एड करते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ खडी हो गयी थी कि हमसे अवैध वसूली क्यो। आकाशदीप टी टी कालेज मानसरोवर के खिलाफ राष्ट्रीय अदालत होते हुए सुप्रीम कोर्ट मे स्पेशल लिव पीटिशन आनलाईंन डाल चुकी थी । डी सी एस कालेज मे व्याख्याता पद पर रहते भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत यूजीसी को भेज चुकी थी। एस वीर प्रबन्घक हर स्तर पर व्याख्याताओ व छात्राओं का शोषण कर रहा था। पोस्को एक्ट मे नाबालिग की सरकार बनाम घनश्याम मामले मे मदद कर रही थी जिसको सजा हो चुकी है। सब तरफ से घमकियाॅ मिल रही थी । इन सब ने मिलकर षडयंत्र के तहत मेरे बलात्कार व मुझे अपाहिज करने की साजिश रची। मैं किस्मत से बची। लोकसभा चुनाव से पहले भी एफ आई आर कराने की कोशिश की पर नही हुई । लोकसभा चुनाव लड़ा जयपुर राजस्थान संसदीय सीट से व अब २०१९ मे एफ आई आर कराने मे सफल हो पायी । अब मामला कोर्ट मे है। अदम वकू झूठ मे झूठी रिपोर्ट वता दी तो प्रोटेस्ट पीटिशन लगायी है।