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दूषित पानी पीने से लोगों को हो रही हैं कई बीमारी

यहां के पानी में आर्सेनिक, आयरन , प्लोराइड की मात्रा सामान्य से अधिक हैं इसका असर आम लोगों पर हो रहा है. दूषित जल के उपयोग से व्यक्सको की किडनी खराब हो रहा है . पानी वजह से छोटे बच्चो के शारीरिक और मानसिक विकास में बांधा पहुंच रही है,बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे है! इस कारण छातापुर प्रखंड के कई इलाके रिस्क जोन में हैं. यहां के पानी में आर्सेनिक, आयरन और फ्लोरिड जल के गंभीर असर सुपौल जिले के छातापुर अंतर्गत लक्ष्मीनियां पंचायत पर पड़ा है. यहां के पानी में आर्सेनिक की तय मात्रा से 10 गुणा अधिक आर्सेनिक पाया गया है. वर्तमान में इस गांव के लोग चापाकल, कुआं व बोरिंग का पानी नहीं पीते हैं, बल्कि वे पीने को खरीद कर पीते हैं. 100 से अधिक को बीमारी : पेयजल में आर्सेनिक की मात्रा अधिक पाये जाने व इस पानी का लंबे समय से सेवन करने का परिणाम इस गांव के 100 से अधिक लोग भुगत रहे हैं. गांव की कई के बाल भी झड़ गये हैं. इसके अलावा पेट की गंभीर बीमारियों से भी गांव के लोग जुझ रहे हैं. किस तत्व के अधिक होने से क्या बीमारी फ्लोराइड : दांत खराब होना सोडियम क्लोराइड : उच्च रक्तचाप आयरन : बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास में बाधा, व्यस्क में गुर्दे का रोग, गैस्ट्रिक नाइट्रेट : नवजात शिशु में ब्लू बेबी बीमारी, मैथमोग्लोबिनियमिया कैल्शियम : जोड़ों में तकलीफ, अकड़न और हड्डियों में मुड़ाव आर्सेनिक : त्वचा रोग, कैंसर सल्फर : पेट की बीमारियां सोडियम : हृदय, गुर्दा व रक्त चाप बोरोन : स्नायु तंत्र में परेशानी !

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