आदरणीय मोदी जी,
स्वाधीनता दिवस के पावन मौके पर दिया गया आपका भाषण बेहद सराहनीय है। हमें गर्व है कि आपकी सरकार ने हाल ही में कुछ ज़रूरी कदम उठाए हैं, जो देश की अखंडता को और बल प्रदान करता है।
आर्टिकल 370 हो या आतंकवाद के खिलाफ बालाकोट एयर स्ट्राइक, आपके द्वारा लिए गए ठोस कदम ने हमें गर्वित किया है। मैं एक बात और बताना चाहूंगा कि ना मैं किसी पार्टी का समर्थक हूं और ना ही विरोधी लेकिन आपके द्वारा कही गई कुछ बातों पर अपनी राय रखते हुए सवाल ज़रूर पूछना चाहूंगा।
आपने आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख की बात कही, जो कि हालिया दिनों में भारत की नीतियों से जाहिर भी है। आतंकवाद के खिलाफ बालाकोट एयर स्ट्राइक की बात हो या म्यांमार सीमा पर मौजूद आतंकियों के ठिकाने को ध्वस्त करने की बात हो, भारत ने आतंकवाद के खिलाफ काफी दुरुस्त कार्रवाई की है।
इन सबके बीच आये दिन हमारे देश के अंदर धर्म, जाति या किन्हीं और कारणों से भीड़ का तांडव देखने को मिलता है। मॉब लिंचिंग हमारे देश में बढ़ती हुई एक आपदा है, जिसे रोकने की सख्त ज़रूरत है।
एक आम भारतीय होने के नाते आपसे यह गुज़ारिश है कि बगैर जाति या धर्म देखे मॉब लिंचिंग करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें। आतंकवाद के साथ-साथ समाज के इन तत्वों से भी लड़ने की ज़रूरत है, जो मानवता की हत्या कर रहे हैं।
ग्रामीणों के बीच कैशलेस इकोनॉमी को सफल बनाने की ज़रूरत
आपने कैशलेस इकोनॉमी की बात कही, जिससे आपका विज़न तो साफ है मगर भारत को भी विश्व के मानचित्र पर कदम से कदम मिलाकर चलने की ज़रूरत है। कैशलेस इकोनॉमी देश में नकली मुद्र और भ्रष्टाचार आदि मिटाने में अत्यंत महत्वपूर्ण है लेकिन देहातों या गाँवों में अभी भी लोग इंटरनेट फ्रेंडली नहीं हैं।
कुछ पढे़-लिखे लोग भी कैशलेस सिस्टम को अपना नहीं पाए हैं। ऐसे में देश में ई-लिट्रेसी की व्यवस्था के साथ-साथ कैशलेस सिस्टम को प्रोत्साहित करने की भी ज़रूरत है।
आज भी बेंक आईएमपीएस जैसे माध्यमों से पैसे भेजने पर टैक्स वसुलते हैं। ऐसे टैक्स आदि को खत्म करने से देश में कैशलेस को बढ़ावा दिया जा सकता है। इंटरनेट की गति और डिजिटल सिक्योरिटी के मामले में हम अभी भी काफी पीछे हैं। इन चीज़ों में सुधार लाने की ज़रूर है तभी कैशलेस इकोनॉमी का सपना साकार होगा।
ऑटो सेक्टर की मंदी को कैसे कम करेंगे?
एक रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक भारत दुनियां की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी, जो मौजूदा वक्त में सातवें स्थान पर है। 5 हज़ार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह में आपकी सरकार ने जो कुछ भी कहा है, हम भारतीय उनसे सहमत हैं लेकिन हालिया आंकड़ों के मुताबिक ऑटो सेक्टर में जो मंदी चल रही है और शेयर मार्केट जिस प्रकार से निचले स्तर पर लुढ़क चुका है, इसके लिए भी विज़न की ज़रूरत है।
देश के नागरिकों के ज़हन में इन चीज़ों के लिए भी आपसे बहुत उम्मीदें हैं। आशा करते हैं कि मंदी को रोकने के लिए आपकी सरकार, आर्थिक नीतियों में ज़रूरी सुधार लाते हुए अपनी गलतियों को भी सुधारेगी।
हर ज़िले में है प्लास्टिक रिसाइकल प्लांट की ज़रूरत
आपने देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में हर नागरिक से अपील भी की है, जिससे जागरूकता तो ज़रूर आएगी लेकिन भारत में अभी भी पर्याप्त प्लास्टिक सेग्रीगेशन प्लांट नहीं हैं। देश के हर ज़िले मे कम-से-कम एक प्लास्टिक रिसाइकल प्लांट ज़रूरी है।
यही नहीं, प्लास्टिक फैलाने वाली कंपनियों को समाजिक दायित्वों के प्रति समर्पित करने की भी ज़रूरत है। अंत में यही कहना चाहूंगा कि सरकार आपकी है, तो प्रश्न और आखें आपकी तरफ ही रहेंगी।
देश में सरकार किसी भी राजनीतिक दल की हो मगर पब्लिक वही रहेगी जो सरकार से उम्मीद लगाए बैठी है। चाहे कोई भी सरकार हो, यदि जनता की कसौटी पर खड़ी नहीं उतर रही है फिर विकल्प की तलाश शुरू हो जाती है।