मेरे प्यारे प्रधानमंत्री जी,
मैं अंसार मंसूरी, उस महान लोकतंत्र का बाशिंदा हूं जिसके आप सर्वेसर्वा हैं। मैं आज आपको यह ओपन लेटर लिख रहा हूं क्योंकि मुझे आप तक अपनी कुछ बातें पहुचानी हैं। आपने प्रधानमंत्री रहते हुए बहुत सारे काम किये- कुछ अच्छे, कुछ बुरे ऐसा सभी करते हैं। पर आपने एक बहुत ही बुरा काम किया है, आपने देश में अपनी एक सेना बनाई है जिसे आम भाषा में हम भक्त कहते हैं। जब आप खुद ही कहते हैं कि आप सेवक हैं तो फिर आपकी यह भक्त सेना आपको शासक बनाने पर क्यों तुली हुई है?
आपने पिछले साल अप्रैल में कहा था कि एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए आलोचना जरुरी है पर शायद आपके भक्तों ने वो सुना नहीं। आपके भक्त मुझे अक्सर पूछते हैं कि मैं आपसे इतनी नफरत क्यों करता हूं। मैं आपसे बिलकुल भी नफरत नहीं करता हूं क्योंकि मुझे नफरत करना नहीं आता है पर मैं आपकी आलोचना जरूर करता हूं क्योंकि मैं भी मानता हूं कि एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए आलोचना जरुरी है.
यही आलोचना जब मैं 2014 से पहले कांग्रेस की किया करता था तब मैं देशभक्त हुआ करता था पर आज मैं देशद्रोही क्यों हूं? मैं अपनी शिकायतों और अनुभवों को दो भागो मैं बाँट लेता हूं- पहला भाग मुझे एक भारतीय मुस्लिम होते हुए आपसे क्या दिक्कत है और दूसरा भाग एक भारतीय नागरिक होते हुए आपसे क्या दिक्कत है।
पहले भाग से शुरू करते है। मैं 2014 में वोटर नहीं था पर आपसे एक उम्मीद थी कि आप सच में कुछ परिवर्तन लाएंगे पर आपने क्या किया वो मैं आपको बताना चाहता हूं-
- आपको याद होगा कि आपके सत्ता में आते ही दिसंबर 2014 में घर वापसी का मुद्दा छेड़ दिया गया था और आगरा से घर वापसी की खबरें आने लगी। उस दौरान मेरी एक भुआ जो गांव देहात में रहती है उसका फ़ोन आया। उसकी आवाज़ में डर साफ़ दिखाई दे रहा था। उसने पूछा कि क्यों बेटा हमें हिन्दू बना देंगे क्या? मैंने कहा किसने कहा, ऐसा कुछ नहीं होने वाला। उसने कहा कि तो फिर महीनों से टीवी चैनलों पर एक ही बात क्यों बता रहे हैं। घर वापसी के नाम से जिन लोगों की घर वापसी हुई उन्होंने अगर अपनी इच्छा से की होगी तो कोई बात नहीं लोकतंत्र है कर सकते है। पर क्या आप जानते हैं आपने गांव देहात में रहने वाले गरीब अशिक्षित मुसलमानों में इस बात का कितना ख़ौफ़ पैदा हुआ।
- आपको नजीब भी याद होगा। उसके बाद गृह मंत्रालय में आने वाली दिल्ली पुलिस उसे ढूंढ नहीं पाई। तब मेरी माँ का फ़ोन आया क्योंकि मैं भी देश की राजनीति के बारे में उतना ही खुल कर बोलता हूं। मेरी अम्मी ने मुझे फ़ोन करके कहा “तुझे कितनी बार कहा है कि अपने काम से काम रखा कर। देख ले JNU जैसी यूनिवर्सिटी से एक लड़का गायब हो गया है ऐसे ही तुझे भी गायब कर देंगे।” मोदी जी आप भी तो अपनी माँ के बेटे है शायद आप मेरी माँ के डर को समझेंगे।
- मैं जिस शहर में रहता हूं वहा नॉनवेज अच्छा नहीं मिलता है तो हम अक्सर पास ही चित्तौरगढ़ शहर है वहां से लाया करते थे। परन्तु आपके भक्तों ने देश में ऐसा आतंक मचाया है कि अब डर लगता है 40 km नॉनवेज साथ लेकर सफर करने में। अगर किसी दिन आपके भक्तों ने मुझे मार दिया तो मुझे पूरा विश्वास है कि पुलिस मेरी मौत की जांच करने से पहले मुझ मरे हुए पर FIR करेगी और यह पता लगाने की कोशिश करेगी की जो मांस था वो गाय का था या बकरे का। बिलकुल उसी तरह जैसे अख़लाक या और बहुतों के साथ हुआ है। त्योंहारों पर हम अक्सर ननिहाल या भुआ मौसी के यहाँ जब किसी फंक्शन में खाना खाने जाते थे तो वहां से वो घर पर ठहरे सदस्य के लिए पका हुआ नॉनवेज पैक कर के देते थे, आपके भक्तों के आतंक ने वो भी बंद करवा दिया।
- बांग्लादेश में एक आतंकी हमला हुआ था, बांग्ला सरकार ने कहा कि हमलावर जाकिर नाइक की विडिओ देख कर आतंकी बना तो आपने ज़ाकिर नाइक को पूरी तरह से ख़त्म कर दिया। अगर कोई किसी को सुन कर आतंकी बन रहा है तो उसके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए, तो फिर आपके भक्तो ने जो आपसे इंस्पायर होकर पूरे देश में आतंक मचाया हुआ है उसका ज़िम्मेदार कौन है?
- मोदी जी आपके भक्तों ने लव जिहाद के नाम ऐसा आतंक मचाया कि मैं अपनी किसी भी महिला मित्र के साथ अकेले घूमने और बाहर आने जाने में डरता हूं।
- आपको आलोचना इतनी अच्छी लगती है पर मेरे एक मित्र ज़ाकिर अली त्यागी को आपके योगी जी ने अपनी आलोचना करने पर देशद्रोह लगा दिया और महीनों तक उसे जेल में सड़ाया। उसकी नौकरी गई और देशद्रोही अलग से बना दिया गया.
- अब जब मैं कह रहा हूं कि देश में आपके भक्त डर का माहोल पैदा कर रहे है तब वही भक्त मुझ पर देशद्रोही का तमगा भी लगा देंगे और कोई बड़ी बात नहीं है कि एक दो पाकिस्तान के टिकट भी भेज दे।
अब बात कर करते है मुझे भारतीय नागरिक होते हुए क्या दिक्कतें हैं आपसे
- आपने संवैधानिक संस्थाओं किस तरह से दुरूपयोग किया है क्या यह मुझे आपको बताने की जरूरत है? अभी आचार संहिता लगी है और चुनाव आयोग आपके नाम से चल रहा एक पूरा टीवी चैनल तक नहीं बंद करवा पा रहा हैं। आपके आने के बाद RBI के दो गवर्नर रघुराम राजन और उर्जित पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। CBI जो तोता हुआ करती थी आज कल नाट्यमंच हो गया है। वहाँ हर रोज़ नाटक होते हैं जिसके कारण लोगों की CBI में आस्था में कमी आई है।
- जब भी सुप्रीम कोर्ट आपकी विचारधारा के विपरीत कोई फैसला देता है तब आपके भक्त सुप्रीम कोर्ट को गालियां देते हैं वो तो ख़ैर आपको पता ही होगी क्योंकि आप ट्विटर पर जिन लोगों को फॉलो करते हैं उनमें ज्यादातर तो गालीबाज ही भरे पड़े हैं। सुप्रीम कोर्ट के 4 जज इतिहास में पहली बार बाहर आए और अनियमितताओं के बारे में बताया।
- अब बात करते है मीडिया की मैंने इमरजेंसी देखी तो नहीं है हाँ पढ़ा बहुत है। आज हालात बद से भी बदतर है क्या आप बता सकते है अभिसार शर्मा और पुण्य प्रसून वाजपेयी को क्यों निकाल दिया जाता है बार-बार? या फिर रविश कुमार देशद्रोही क्यों है? उन्होंने क्या देशद्रोह किया है? मीडिया आपके गुण गाते नहीं थकता है। क्या मीडिया का काम आपका प्रचार करना है? हर एक संवेदनशील मुद्दे को जिसपर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही होती है आपकी मीडिया उसे पब्लिक सेंटीमेंट बता कर महीनों तक बहस करती है और जजों पर एक साइकोलॉजिकल दबाव बनाने की कोशिश करती है।
- आपको डर भी बहुत लगता है जवाब देने से इसलिए तो आप प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करते और स्क्रिप्टेड इंटरव्यू देते है। क्या आपने इंटरव्यू देने के बाद खुद कभी उन्हें देखा है? अगर देखा तो शर्म नहीं आई? देश का मीडिया कैसे आपके पांव धो कर पी रहा है, वो आपसे इंटरव्यू में आपका स्टेमिना पूछ रहा है। आपको डर लगता है इसलिए तो आप बेरोज़गारी और किसानों की आत्महत्या के आंकड़े सार्वजानिक नहीं करते हैं।
- आपने इतने कारनामे किये हैं कि ना तो मुझे सारे याद आ रहे हैं और न ही लिख पा रहा हूं। जज लोया, NIA कोर्ट का समझौता ब्लास्ट का फैसला देते वक़्त बयां, राफेल, कलबुर्गी, गौरी लंकेश, कई सारी मोबलिंचिंग, मोब लिंचिंग के आरोपियों को आपके मंत्रियो द्वारा दिया जाने वाला सम्मान, स्मार्टगांव, स्मार्टसिटी, कालाधन, बुलेट ट्रेन, बहुत कारनामे हैं आपके।
मोदी जी ज्यादा लम्बा लिखकर मैं आपको बोर नहीं करना चाहता हूं बस एक आखिरी कॉलम आपकी योजनाओं पर नज़र डाल देते है। जिनका बखान आप पुरे दिन करते रहते है।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में आपने 56% राशि तो सिर्फ अपना प्रचार करने में खर्च कर दिया तो फिर योजना में क्या ही किया होगा यह एक सामान्य इंसान समझ ही सकता है।
- मुद्रा योजना की बात करते है मुद्रा योजना की वजह से NPA 14 करोड़ पर हो गया है। उसके बावजूद इस योजना में आपने 92% के लगभग लोन 50,000 की श्रेणी को दिए। अब 50,000 में तो पकोड़ा बेचने के अलावा और क्या कर सकता हूं आप ही बता दीजिये।
- उज्जवला योजना के तहत आपने गैस कनेक्शन बाँट दिए फ्री कहकर और अब आप उनकी सब्सिडी को EMI बनाकर फिर से पैसा वसूल रहे है। क्या आपने जनता को यह पहले बताया था ? इसी कारण लगभग 80 % जनता ने दूसरी बार अपनी टंकी तक नहीं भरवाई।
- आपकी स्टार्टअप तो खुद स्टार्ट नहीं हो पाई हमें क्या फायदा पहुंचाएगी?
बहुत कुछ है मोदी जी कहने को किसी दिन इंटरव्यू में मैं ये सारे सवाल पूछूंगा पर अभी के लिए अपनी सभाओं में हिन्दू-मुसलमान पाकिस्तान जैसे मुद्दों को छोड़ कर अपने 5 साल के काम पर वोट मांग लीजिये। आप किसी राज्य के CM नहीं इस देश के प्रधानमंत्री है और पूरी दुनिया की आप पर नज़र रहती है। तो एक प्रधानमंत्री की तरह परिपक्व और सभ्य भाषण दिया कीजिये। और आप अपने भक्तों को समझा दीजिये क्यों इस देश को आतंकित किये हुए हैं? वो क्यों देश की एक बहुत बड़ी आबादी को धमका कर रखना चाहते हैं? इस देश की गंगा जमुनी तहजीब भी आपके हाथ में है और संवैधानिक संस्थाएँ भी आपके हाथ में है दोनों को बचा लीजिये क्योंकि आप फिर से जीत रहे हैं। इस जीत के लिए आपको बहुत-बहुत शुभकामनाऐ।ये जीत ऐसी होनी चाहिए कि आपका जमीर ज़िंदा रहे। अगर आप संवैधानिक संस्थाओं का अतिक्रमण करके ये जीत हासिल करते हैं तो फिर मैं आपका सम्मान नहीं कर पाउंगा।