पिछले दो-तीन दिनों से 12 फरवरी को होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की तैयारियां ज़ोरों पर चल रही थी। इस रैली से अकेले कुरुक्षेत्र की जनता ही नहीं बल्कि दूसरी जगह से आने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
इस दौरन कुरुक्षेत्र शहर के होटलों और धर्मशालाओं में बाहर से आने वाले किसी भी अनजान व्यक्ति को कमरा किराए पर नहीं दिया गया। इन दिनों कुरुक्षेत्र में रहने वाले लोगों को शहर में जगह-जगह पुलिस की चेकिंग का सामना करना पड़ा।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का गेट बंद कर दिया गया
कुरुक्षेत्र विश्वविधालय के दूसरे गेट के रास्ते को बंद करते हुए वहां से गाड़ियों का आवागमन वर्जित कर दिया गया। कल यानि 12 फरवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी थे।
सभी ने स्वच्छ शक्ति 2019 मार्क वाली जैकेट डाली हुई थी जिससे यह पता चलता है कि यह रैली ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत आयोजित की गई थी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने भाषण में ‘स्वच्छ भारत अभियान’ और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के तहत अपनी बात पर ज़्यादा ज़ोर दिया।
खट्टर शायद वह विवादित बयान भूल चुके हैं
साल 2014 में खट्टर का ही बयान था कि अगर लड़कियों को आज़ादी चाहिए तो वे सड़क पर नंगी घूमे। खट्टर साहब एक तरफ महिलाओं के प्रति ऐसी सोच रखते हैं और दूसरी तरफ बोलते हैं कि हमने महिलाओं को बराबरी जा दर्ज़ा ही नहीं दिया बल्कि उनको हर फील्ड में पुरुषों से ज़्यादा अहमियत दी है।
महिला सुरक्षा पर सवालिया निशान
क्या खट्टर साहब भूल गए हैं कि अभी कुछ दिनों पहले उन्हीं की सरकार ने हरियाणा में महिलाओं के ऊपर लाठीचार्ज किया था। क्या खट्टर साहब भूल गए कि जिस जगह से वह महिलाओं पर भाषण दे रहे थे, वहां से कुछ ही दूरी पर कुरुक्षेत्र का झांसा गाँव पड़ता है, जहां की एक लड़की के साथ पिछली साल जनवरी में सामूहिक बलात्कार हुआ था।
घटना को एक साल से ज़्यादा का समय होने के बाद भी अभी तक खट्टर सरकार ने सीबीआई को जांच के आदेश नहीं दिए हैं। जबकि सर्वाइवर के परिवार का कहना है कि घटना की जांच सीबीआई से करवाई जाए। ऐसी-ऐसी बहुत सारी घटनाओं का ज़िक्र और भी किया जा सकता है लेकिन मुझे लगता है कि यहां एक ही उदाहरण काफी है।
सफाई अभियान का कहकहरा
दूसरा, सफाई अभियान की सच्चाई को गाँव या शहर के किसी भी गरीब या मज़दूर बस्तियों में जाकर वहां होने वाली हत्याओं से भी देखा जा सकता है। नरेंद्र मोदी जी ने भी अपने भाषण में अपने पिछले रिकॉर्ड को कायम रखते हुए जनता का चौकीदार बने रहने का ऐलान किया ताकि जनता की सेवा और ज़्यादा अच्छे से की जा सके।
नरेंद्र मोदी और खट्टर दोनों ने अपने भाषण के दौरान ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के अलावा महिलाओं और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर ज़ोर दिया। बाकी उनकी बात में कितनी सच्चाई है यह जनता खुद अपने पिछले 4-5 साल के अनुभव से तय करे।
नोट: YKA यूज़र प्रवीण कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में जन-संचार के छात्र हैं।