{एडिटर्स नोट: Youth Ki Awaaz ने बुधवार दोपहर 3:30 बजे इंदौर साइबर सेल के इंस्पेक्टर अंबरीष मिश्रा से जब मामले की पुष्टि के लिए बात की तब उन्होंने बताया कि आरोपी मोहम्मद की गिरफ्तारी हो चुकी है। उसके बयान के आधार पर और भी गिरफ्तारियां होनी हैं।}
अमेज़न के साथ बैड डिलीवरी ट्रिक का उपयोग कर 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को राज्य सायबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। पिछले एक साल में आरोपी ने 50 से अधिक मोबाइल के साथ-साथ महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण धोखाधड़ी से प्राप्त कर अमेज़न को चुना लगाया है।
गौरतलब है कि आरोपी की पहचान मोहम्मद के नाम से हुई है जो कोटा (राजस्थान) का रहने वाला है। जनवरी 2018 में अमेज़न कंपनी ने कुछ ऑर्डर्स की डिटेल और संदिग्ध ईमेल आईडी की जानकारी जांच एजेंसी को सौंपी थी।
ऐसे लगाता था कंपनी को चूना
साइबर सेल के एसपी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि आरोपी मोहम्मद अमेज़न की वेबसाइट पर महंगे मोबाइल ऑर्डर करता था। जब प्रोडक्ट की डिलीवरी हो जाती थी तब वह अलग-अलग ईमेल आईडी के ज़रिए कंपनी को सूचना देता था कि प्रोडक्ट खराब या डैमेज है। शिकायत मिलते ही कंपनी उसे सामान की पूरी कीमत लौटा देती थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराध क्रमांक 123/18 धारा 420 भादवि व 66सी और 66डी आईटी ऐक्ट के तहत अंबरीष मिश्रा के नेतृृत्व में गठित टीम को अनुसंधान हेतु दिया गया।
टीम ने पाया कि आरोपी मोहम्मद द्वारा अमेज़न की सुविधा का दुरूपयोग कर महंगे मोबाइल एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बुक कराए और अमेज़न को खराब सामान तथा मोबाइल प्राप्त होने की सूचना देकर 100 प्रतिशत रिफंड प्राप्त किया।
बाज़ार में बेचता था मोबाइल व अन्य उपकरण
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी द्वारा महंगे मोबाइल ताथा अन्य चीज़ें जेल रोड के मोबाइल व्यापारियों एवं अन्य माध्यमों से बाज़ार में बेच दिए गए। जब कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर एवं ईमेल आईडी द्वारा इस प्रकार की घटना दोहराई गई तब अमेज़न के अधिकारियों को धोखाधड़ी होना ज्ञात हुआ।
आरोपी के निशाने पर महंगे एवं प्रीमियम मोबाइल तथा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कि आईफोन 7, आईफोन 7 प्लस (मुल्य 45,000-50,000 रुपये), सैमसंग नोट-8, नोट-9 (मुल्य 50,000-60,000 रुपये), सोनी पीएस-4 (मुल्य 35,000 रुपये), आसुस वायरलेस राउटर ( मुल्य 25,000 रुपये), सैमसंग स्मार्ट वॉच (मुल्य 25,000 रुपये) और एप्पल स्मार्ट वॉट (मुल्य 25,000 रुपये) आदि थे।
कमाता था मोटी रकम
एप्पल और सैमसंग जैसे मोबाइल फोन बेचकर वह मोटी रकम कमा लेता था। उसने बताया कि इन चीज़ों को अंजाम देने के लिए उसने अमेज़न पर कई फर्ज़ी आईडी बनाई थी।
पूछताछ में यह बात सामने आई कि वह महंगे मोबाईल फोन तथा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अमेज़न पर बुक कर, अमेज़न को खाली पार्सल, खराब सामान या सामान से असंतुष्टी जाहिर करते हुए 100 प्रतिशत रिफंड लेता था।
आरोपी के मुताबिक उसके एक दोस्त ने उसे कंपनी से पैसे वापस लने की तरकीब बताई है। आरोपी द्वारा किए गए खुलासे के अनुसार गिरोह के अन्य सहयोगी एवं धोखाधड़ी में शामिल आरोपियों की तलाश जारी है।